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रायपुर.
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अधीन रहे जनसंपर्क विभाग ने किस तरह पैसे उड़ाए इसका नज़ारा लीजिए.. कि एक कप चाय के लिए पांच सौ रुपए फूंक दिए गए. ऐसा इसलिए भी है क्यूंकि 98 करोड़ के बजट को बढ़ाकर 320 करोड़ रुपए कर दिया गया था.
आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2014-15 में जनसंपर्क विभाग का बजट 98 करोड़ 28 लाख, 16 हज़ार रुपये था. इसे वर्ष 2018-19 में 320 करोड़, 62 लाख, 60 हज़ार कर दिया गया.
हर साल हुई करोड़ों की बढ़ोतरी
जनसंपर्क विभाग के लिए वित्तीय वर्ष 2015-16 में रमन सिंह की सरकार ने 102 करोड़ 21 लाख 90 हज़ार रुपए का बजट प्रावधान रखा था. इसे वित्तीय वर्ष 2016-17 में 151 करोड़, 80 लाख 35 हज़ार कर दिया गया.
इसी तरह वित्तीय वर्ष 2017-18 में 174 करोड़, 34 लाख 41 हज़ार का बजट प्रावधान किया गया. अगले वित्तीय वर्ष यानि कि 2018-19 के लिए यह रकम लगभग दोगुणी 320 करोड़, 62 लाख 60 हज़ार कर दी गई.
रमन सिंह सरकार के समय जनसंपर्क विभाग डीपीआर को खुले हाथ से पैसे दिये गए. प्रचार-प्रसार को लेकर सरकार का जोर कितना था, इसे केवल इस बात से समझा जा सकता है कि 2014-15 की तुलना में 2018-19 में राज्य सरकार ने जनसंपर्क विभाग का बजट चार गुणा कर दिया था.