नेशन अलर्ट, 97706-56789.
रायपुर.
अंतागढ़ कांड की जड़ मंतूराम पवार एसआईटी की पूछताछ के बाद से एकांतवास में है. वे कहां हैं, क्या कर रहे हैं.. इसकी खबर किसी को नहीं है. उनसे फोन पर भी संपर्क नहीं हो रहा है.
एसआईटी के गठन और पूछताछ की प्रक्रिया के दौरान मंतूराम काफी सक्रिय थे. वे मीडिया से लगातार संपर्क में थे और अपना पक्ष भी रख रहे थे. लेकिन जैसे-जैसे अन्य गवाहों के बयान हुए और जांच आगे बढ़ी तो मंतूराम अब सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं.
विधायक प्रत्याशी की कथित खरीद-फरोख्त को लेकर एसआईटी ने मंतूराम के बैंक अकाउंट खंगाले हैं. उनके परिवार के लोगों के भी आय स्त्रोतों पर एसआईटी नजर जमाए हुए है. इस कार्रवाई की जद में वे विधायक प्रत्याशी भी हैं जिन्होंने उस उपचुनाव के दौरान नामांकन दाखिल करने के बाद वापस ले लिया था.
इस कार्रवाई के बाद खबर निकलकर आई है कि एसआईटी के हाथ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य लगे हैं. इसके बाद इस मामले में कुछ और नए नाम सामने आ सकते हैं.
सवाल उठाए और अब छिप रहे
एसआईटी की कार्यशैली को लेकर सवाल उठा चुके मंतूराम पवार अब इससे जुड़े सवालों से बचने की कोशिश कर रहे हैं. इससे पहले वे एसआईटी के नए पर्यवेक्षक बनाए गए आईपीएस जीपी सिंह से जुड़े पुराने मामले का भी जिक्र कर चुके हैं.
इसमें उन्होंने कहा था कि, एसपी राहुल शर्मा की आत्महत्या के मामले में फंस चुके पुलिस अफसर से निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है..?