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बलरामपुर.
कई वर्षो से शांत बलरामपुर जिले में वर्ष की शुरूआत में आगजनी की घटनाओं में शामिल रहे आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस इन्हें नक्सली बता रही है. इन नक्सलियों की खासियत है कि ये लेवी वसूलने के बाद रसीद भी दिया करते थे.
कुल जमा पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के बताए मुताबिक इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार सहित नक्सली सामग्री भी जब्त की गई है.
कुछ बलरामपुर जिले के सबाग के रहने वाले हैं तो कुछ झारखंड के रहने वाले हैं. इनके सरगना तक पुलिस अभी पहुंच नहीं पाई है लेकिन उसे शीघ्र गिरफ्तार करने की बात कह रही है.
मुख्य उद्देश्य लेवी वसूलना
बलरामपुर एसपी टीआर कोशिमा की मौजूदगी में सरगुजा आईजी हिमांशु गुप्ता ने प्रेस को बताया कि पकड़े गए आरोपियों का मुख्य उद्देश्य लेवी वसूलना था.
गुप्ता के बताए मुताबिक थाना सामरी में 03 जनवरी को नक्सली उत्पात हुआ था. इसके बाद 25 जनवरी को चांदो थाना क्षेत्र में नक्सली वारदात हुई. पुलिस के कान इसके बाद खड़े हो गए. मुखबीर अलर्ट किए गए. सायबर सेल ने अपना काम शुरू किया.
चूंकि लेवी वसूलना मुख्य उद्देश्य था इसकारण ठेकेदारों से फोन पर संपर्क ये करते रहते थे. इसी दौरान बालेश्वर नामक व्यक्ति हिरासत में लिया गया. पूछताछ में चार अन्य आरोपियों का नाम सामने आया.
आईजी डॉ. गुप्ता के अनुसार गुड्डू तिग्गा, चिंतामणी यादव, सतीश यादव व संतोष यादव की गिरफ्तारी बालेश्वर से पूछताछ के बाद की गई. इनका सरगना झारखंड में रहने वाला रंजन यादव है.
आईजी के अनुसार रंजन यादव पीएलएफआई, एमसीसी, टीएसपीसी जैसे नक्सली संगठनों में पूर्व में काम कर चुका है. गिरफ्तार किए गए साथी भी इन संगठनों से जुड़े रहे हैं.
पुलिस ने इनके पास से चार देशी कट्टा सहित पांच नग जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. पांच जोड़ी वर्दी के अलावा तीनों नक्सल संगठन के एक सौ अस्सी पर्चे इनके पास से मिले हैं. एक रसीद बुक सहित लूटे गए दो मोबाइल, दो सिम भी जब्त किए गए हैं.