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रायपुर.
कांग्रेस की नई नवेली सरकार को उनके ही मंत्री कवासी लखमा (दादी) ने पशोपेश में डाल दिया है. उन्होंने दावा किया है कि बीते दिनों बीजापुर में पुलिस ने जो मुठभेड़ दर्शाई थी वह फर्जी है. निर्दाेष आदिवासी ग्रामीणों को मौत के घाट उतार देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की है.
जो खबर सामने आई है उसके तहत आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर बीजापुर में हुई मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है. उन्होंने उल्लेख किया है कि पुलिस जिसे गंभीर मुठभेड़ बता रही है उसकी जांच की जानी चाहिए.
जानकारी है कि उन्होंने पत्र में लिखा है कि बीते दिनों बीजापुर के जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान क्रॉस फायरिंग में मारी गई व घायल हुए ग्रामीण महिलाओं को 10 लाख व 5 लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए. दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग भी उन्होंने की है .
इस मामले को लेकर सरकारी तंत्र अपनी अपनी सफाई पेश कर रहा है. बीजापुर में हुए नक्सली हमला का मामला अब तुल पकडऩे के बाद पुलिस ने इन लोगों को नक्सली बताया है. इस मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान दिया था कि मारे गए लोगों में कोई निर्दोष नहीं है बल्कि सभी के ऊपर ईनाम था.
लेकिन सुकमा पुलिस अधीक्षक की माने तो सिर्फ दो नक्सलियों के ऊपर ईनाम था. वहीं भूपेश सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने ही इस मुठभेड़ को फर्जी करार दे दिया है.