रायपुर।
प्रदेश के लोग शायद अब तक इस बात से अनजान रहे हों तो उन्हें अब ये पता चल ही जाना चाहिए कि बूचड़खाना अवैध रुप से महज उत्तरप्रदेश जैसी जगह पर ही नहीं छत्तीसगढ़ में भी संचालित हो रहे हैं। न सिर्फ यहां बड़ी मात्रा में मांस काटे जा रहे हैं बल्कि ऐसे बूचड़खानों की संख्या महज रायपुर में ही 100 के तकरीबन है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि ऐसे मामले को लेकर पिछले 2 साल में सिर्फ 19 बूचड़खानों पर ही कार्रवाई की गई।
यह तथ्य नि:संदेह प्रदेश के लोगों के लिए चौंकाने वाले हैं। उत्तर प्रदेश में बूचड़खानों पर बरती जा रही सख्ती के बाद विधायक देवजी भाई पटेल ने इस मामले को लेकर विधानसभा में प्रश्न सामने रखा था। इसका जवाब देते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने जो कुछ कहा उसके बाद अब प्रदेश में भी बूचड़खानों को लेकर नई कार्रवाई का आधार तैयार किया जा सकता है।
इस मामले में विधानसभा में लिखित जवाब में खुद नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने स्वीकार किया है कि राजधानी रायपुर में कई अवैध बूचड़खाने हैं। उन्होंने बताया है कि राजधानी रायपुर ब्रायलर एवं मांस के 48 वैध और 102 अवैध दुकानें संचालित हैं। नगरीय प्रशासन विभाग ने कार्रवाई के संदर्भ में बताया है कि 2 साल में 19 अवैध दुकानों पर कार्रवाई की है। रायपुर नगर निगम क्षेत्र के जोन क्रमांक 7 में पिछले साल 11 अवैध बूचड़खाने को हटाया गया। साल 2015 में मोवा में अवैध बूचड़खाने को बंद कराया गया है। वहीं कुछ दुकानों के खिलाफ जुर्माने की भी कार्रवाई की गयी है।
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