रायपुर.
लाख दफा नारीवाद की बात की जाए लेकिन ग्रामीण इलाके या उन ग्रामीण जिलों में महिलाओं के लिए स्थिति काफी प्रतिकुल है. क्यूंकि बलात्कार, छेडख़ानी की शिकायतों में इजाफा तो यही दर्शाता है
धमतरी जिले की बात करें तो साल 2015 से अब तक जिले में दुष्कर्म के 180 मामले दर्ज किए गए हैं. छेडख़ानी के 147 मामले हैं.
साल 2015 में 35 मामले जिले में दुष्कर्म के दर्ज किए गए. 2016 में यह आंकड़ा बढ़ 49 तक पहुंच गया. 2017 में 53 और जनवरी 2018 से जुलाई तक ही यह संख्या 43 की है.
छेडख़ानी की शिकायतों पर नज़र डालते हैं. 2015 में 34 मामले, 2016 में 34, 2017 में 55 और जनवरी से जुलाई 2018 के बीच 19 छेड़छाड़ के मामले दर्ज किए गए हैं.
अधिकतर मामलों में कामकाजी महिलाओं को शिकार बनाया गया है. हालांकि ऐसे मामले भी कम नहीं है जिसमें न सिर्फ इंसानियता बल्कि रिश्ते तार-तार हुए हैं.
धमतरी पुलिस के एडिशनल एसपी के. पी. चंदेल की मानें तो पुलिस ऐसे मामलों पर तत्काल संज्ञान लेती है. जिले में शक्ति टीम के गठन के साथ महिला पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. साथ ही जिले में इस तरह के मामलों के लिए एक खास व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है. जिसके माध्यम से पीडि़त युवती सीधे शिकायत दर्ज करा सकती है.