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रायपुर.
अंतागढ़ टेपकांड में हुई एफआईआर में उलझे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता अब हाईकोर्ट की शरण में हैं. इससे पहले चतुर्थ अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार वर्मा ने डॉ. गुप्ता की अग्रिम जमानत याचिका रद्द कर दी थी जिसके बाद उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
अपनी गिरफ्तारी की आशंकाओं को लेकर घबराए डॉ. पुनीत गुप्ता ने अब जबलपुर हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह को अपना केस सौंपा है. अधिवक्ता सिंह इससे पहले मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले के आरोपी एलएन मेडिकल कॉलेज के डॉ. दिव्य किशोर सतपथी का केस लड़ चुके हैं.
डॉ. गुप्ता की अग्रिम जमानत को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. सोमवार को इस मामले में नतीजा सामने आएगा. अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह उसी दिन बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंचेंगे.
नेशन अलर्ट से क्या कहा अधिवक्ता सिंह ने
मामले को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह ने नेशन अलर्ट को बताया कि डॉ. पुनीत गुप्ता के मामले में पैरवी को लेकर उनसे संपर्क किया गया था. अब वे इस केस में पैरवी करेंगे. उन्होंने बताया कि सोमवार को हाईकोर्ट में पिटीशन पर आगे की कार्रवाई होगी.
इससे पहले डॉ. गुप्ता के पक्ष में पूर्व उप महाधिवक्ता अनिल पिल्लई द्वारा जिला सत्र न्यायालय में दायर अग्रिम जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है.
इस मामले में राज्य सरकार ने प्रकरण को अत्यंत गंभीर बताते हुए अदालत में याचिका पर आपत्ति करते हुए यह तथ्य भी दिया था कि, डॉ पुनीत गुप्ता ने एफआईआर दर्ज होने के बाद नौकरी छोड़ दी है.
जब अंतागढ़ प्रकरण हुआ था वे विदेश में थे और उन्होने तब भूमिका निभाई. मंतुराम पवार को लेकर राज्य सरकार ने यह आपत्ति की है कि, पूरे प्रकरण में मंतूराम सबसे अहम किरदार रहे हैं.