नेशन अलर्ट, 97706-56789
रायपुर.
अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर शह और मात का खेल जारी है. एक तरफ कांग्रेस सरकार है तो दूसरी तरफ वह विपक्ष है जिसके कर्ताधर्ता इन दिनों कथित तौर पर की गई खरीद फरोख्त को लेकर जांच का सामना कर रहे हैं.
इधर अंतागढ़ के चुनावी मैदान से हटे मंतूराम पवार की मानें तो एसआईटी का गठन ही गलत तरीके से किया गया है. उनके मुताबिक एसआईटी के गठन को लेकर हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है. हालांकि वे इस बारे में और ज्यादा जानकारी देने से इंकार करते हैं.
प्रदेश में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है. दरअसल 2014 को विधायक के सांसद चुन लिए जाने के बाद अंतागढ़ में हुए उपचुनाव के समय जो विवाद हुआ था वह आज दिनांक तक कांग्रेस-भाजपा के बीच फुटबाल बना हुआ है. तब कांग्रेस प्रत्याशी रहे मंतूराम पवार ने आखरी समय में अपना नाम वापस लिया था और तब से खरीद फरोख्त की चर्चा सुनाई दे रही है.
गीदड़ भपकी से डरने वाला नहीं
मंतूराम पवार ने इशारे ही इशारे में सरकार को चेतावनी दे डाली है. वह कहते हैं कि न तो चुप बैठूंगा न डरूंगा.
पवार कहते हैं कि सरकार मुझ पर दबाव नहीं बना सकती है. डरा नहीं सकती है. स्वयं को जेल जाने को तैयार बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के पास यदि सबूत है तो मुझे गिरफ्तार करे.
हालांकि पवार कई मसलों को छिपा ले जाते है. जैसे कि उनसे पूछा गया कि आपका वकील कौन है तो उन्होंने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. वे कहते हैं फिलहाल सब कुछ गोपनीय है.
एसआईटी के गठन को किस आधार पर चुनौती दी गई है इस पर वे बताते हैं कि इस संबंध में याचिका हाईकोर्ट में लगा दी गई है. लेकिन इसकी यदि कॉपी मांगी जाती है तो वह किंतु परंतु करने लगते हैं.
इसी तरह उन्होंने स्वयं के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को भी गलत बताया. वे कहते हैं कि एसआईटी के गठन होने के बाद एफआईआर दर्ज नहीं हो सकती. सरकार ने ऐसा कर एसआईटी पर दबाव बनाने की कोशिश की है. इस पर भी याचिका दायर कर दी गई है. लेकिन इसकी भी कोई और जानकारी उन्होंने फिलहाल नहीं दी.
मंतूराम पवार यहीं पर नहीं रूके. दो याचिका दायर कर देने की जानकारी देते हुए वह दावा करते हैं कि एक और याचिका दायर की जाएगी. यह याचिका मुख्यमंत्री और पूर्व महापौर रायपुर के खिलाफ होगी जिसमें दोनों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश करने का निवेदन कोर्ट से किया जाएगा. यह याचिका कब तक दायर होगी इस पर वे कहते हैं दो चार दिन रूकिए….
इधर एसआईटी ने अपनी जांच तेज कर दी है. पहले फिरोज सिद्दीकी और उसके बाद मंतूराम पवार के बयान दर्ज कर चुकी एसआईटी के समक्ष अमीन मेमन बुधवार को बयान के लिए पहुंचे थे.
सूत्रों के मुताबिक अमीन मेमन ने एसआईटी को करोड़ों रूपए के लेनदेन की जानकारी दी है. सूत्र यह भी बताते हैं कि अमीन मेमन ने अंतागढ़ टेप को सहीं बताया है. साथ ही साथ उन्होंने स्वयं की आवाज की भी पुष्टि की है.