लखनऊ|
योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में बनी बीजेपी की सरकार में चुनाव से ठीक पहले दूसरे दलों से आए नेताओं को खासा तवज्जो दिया गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य, रीता बहुगुणा जोशी, बजेश पाठक, दारा सिंह जैसे चर्चित चेहरों के अलावा कई और उन नेताओं को मंत्री बनाया गया है, जो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे. ये वो नेता हैं जो राजनीति की हवा का रुख भांपकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. आइए योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट के उन मंत्रियों पर नजर डालें जिन्हें बीजेपी में शामिल होने के बदले तोहफे में मंत्री पद मिला है.
स्वामी प्रसाद मौर्य: पिछली विधानसभा में स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे. ये बीएसपी प्रमुख मायावती की करीबी नेता माने जाते थे, लेकिन इन्होंने चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था. कुशीनगर के पडरौना सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद इन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
रीता बहुगुणा जोशी: लंबे समय से कांग्रेस रहीं रीता बहुगुणा जोशी ने चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में आ गईं थीं. वह लखनऊ कैंट सीट पर मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को हराकर विधायक बनी हैं. यूपी के पूर्व सीएम हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी हैं.
दारा सिंह चौहान: बीएसपी के बीजेपी में आए है. पूर्व सांसद रह चुके हैं.
एसपी सिंह बघेल: राज्यसभा और लोकसभा का सदस्य रह चुके हैं. सपा और बसपा में रह चुके हैं. चुनाव से पहले सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं.
ब्रजेश पाठक: लखनऊ सेंट्रल से विधायक हैं. बीएसपी छोड़कर आए हैं.
लक्ष्मी नारायण चौधरी: बीएसपी छोड़कर आए, मथुरा के छाता सीट से जीते हैं.
नंद गोपाल कुमार नंदन: कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं, बीएसपी में रह चुके हैं. इलाहाबाद दक्षिण से विधायक चुने गए.
अनिल राजभर: बीजेपी के टिकट पर राजभर से विधायक बने हैं. बीएसपी छोड़कर बीजेपी में आए थे.