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रायपुर.
छत्तीसगढ़ इंफोटेक एंड बायोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) रहे अमन सिंह के कार्यकाल में हुए टेंडर घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू के आईजी एसआरपी कल्लूरी करेंगे. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक लाबी में अमन सिंह को सुपर सीएम के नाम से जाना जाता था. टेंडर घोटाले के उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि सुपर सीएम के सुपर घोटाले की जांच कराई जाएगी.
करोड़ों के टेंडर्स में गड़बड़ी
बीते दिनों कैग ने अपनी रपट विधानसभा के पटल में रखी थी. इसी दौरान प्रेस कांफ्रेंस में कैग के अधिकारियों ने स्कूल शिक्षा विभाग, लोक निर्माण, जल संसाधन सहित चिप्स में कई सौ करोड़ के टेंडर्स में अनियमितता बरती जाने का उल्लेख किया था.
इसी आधार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू के आईजी एसआरपी कल्लूरी से कराने के आदेश दिए हैं. कैग ने अपनी रपट में चिप्स के घोटाले की जांच स्वतंत्र जांच एजेंसी से कराने की बात कही थी.
अब जबकि मुख्यमंत्री ने यह घोषणा कर दी है तो पूर्व मुख्यमंत्री के बेहद करीबी माने जाने वाले अमन सिंह परेशानियों में आ सकते हैं. ऐसा कर वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री व उनके चहेते अफसरों को घेरने की कोशिश हो रही है.
इसके लिए कैग की रपट को आधार बनाया गया है. कैग की सिफारिश के आधार पर ही मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं. दरअसल, कैग ने स्वयं स्वीकारा था कि बहुत ही सुनियोजित तरीके से टेंडर को चिप्स में एक ही कंप्यूटर से कुछ चहेते ठेकेदारों को देने का काम वर्षो तक किया गया.