मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने एक हजार करोड़ का कर्ज लिया है. 8.37 प्रतिशत की दर से ब्याज चुकाना होगा. करीब पौने दो लाख करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज मध्यप्रदेश सरकार पर पहले से ही था. शिवराज सरकार ने आखरी मर्तबा आठ सौ करोड़ का कर्ज बाजार से लिया था. कांग्रेस सरकार को अब अपने चुनावी वायदे पूरा करने में परेशानी हो रही है. किसान कर्ज माफी के लिए उसे पांच हजार करोड़ रूपए की जरूरत है. बेरोजगारों को भत्ता देना भी कमलनाथ सरकार की प्राथमिकता में है. संभवत: इसी के मद्देनजर कर्ज लिया गया है.