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रायपुर. नागरिक आपूर्ति निगम (नान) का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है. मामले के लिए गठित की गई स्पेशन इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की कमान वही एसआरपी कल्लूरी संभालेंगे जिनकी नियुक्ति पर इन दिनों जमकर बवाल मचा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि नान का कथित घोटाला काफी समय से भाजपा-कांग्रेस के बीच राजनीतिक लड़ाई का विषय बना हुआ है. इस मामले को लेकर भाजपा पर कांग्रेस कई तरह के आरोप लगाती रही है. कांग्रेस ने मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह व उनके परिजनों को भी लपेटने की कोशिश की थी. इस विषय को कांग्रेस ने जोरशोर से विधानसभा चुनाव के समय उठाया था.
36 हजार करोड़ का है कथित घोटाला
तकरीबन 36 हजार करोड़ के कथित घोटाले को लेकर कांग्रेस ने चुनावी घोषणा के मुताबिक सरकार बनाते ही एसआईटी का गठन कर दिया था. अब आज जाकर इस एसआईटी की टीम भी तय कर दी गई है.
एसीबी-इओडब्ल्यू के आईजी एसआरपी कल्लूरी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है. यह वही कल्लूरी है जिन पर बस्तर आईजी रहने के दौरान कांग्रेस मानवाधिकार हनन के तरह-तरह के आरोप लगाते रही है.
कल्लूरी के अलावा टीम में नारायणपुर के एसपी आई कल्याण एलेसेला, इओडब्ल्यू के एएसपी मनोज खिलाड़ी, जशपुर की एएसपी उनेजा खातून अंसारी, इओडब्ल्यू के डीएसपी विश्वास चंद्राकर व अनिल बक्शी शामिल किए गए हैं.
तीन महीने में पूरी करनी होगी जांच
शासन ने आज जो टीम गठित की है उसे तीन महीने में जांच पूरी करनी है. शासन स्तर पर गठित की गई एसआईटी में सीआईडी के निरीक्षक एलएस कश्यप, एसीपी के निरीक्षक बृजेश तिवारी, रमाकांत साहू, कांकेर के निरीक्षक मोतीलाल पटेल का नाम शामिल है.
इनके अलावा इओडब्ल्यू के निरीक्षक फरहान कुरैशी सहित विधि विशेषज्ञ के रूप में एनएन चतुर्वेदी टीम को सहयोग प्रदान करेंगे. टीम के गठित होने के साथ ही एक एसपी, दो एएसपी, दो डीएसपी सहित बारह सदस्यों ने 117 पन्नों की जांच शुरू कर दी है.