1850 करोड़ की प्रस्तावित राशि से शुरू की गई अरपा विकास परियोजना सरकार बदलने के बाद अब बंद होने की कगार पर है. दो करोड़ रूपए से ज्यादा इस परियोजना पर खर्च करने के बावजूद तत्कालीन भाजपा सरकार के समय परियोजना फाइलों से बाहर नहीं निकल पाई है. अब प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने योजना को बंद करने का तकरीबन निर्णय ले लिया है. यदि ऐसा होता है तो सरकार के पास बीते पांच साल से बंधक पड़ी 450 एकड़ जमीन मुक्त हो जाएगी. बिलासपुर शहर में अरपा नदी के किनारे नया शहर बसाने इस योजना को शुरू किया गया था. फरवरी 2014 में इसका मास्टर प्लान पास हुआ. 2013 में ही कलेक्टर ने जमीन की खरीदी बिक्री पर रोक लगा दी थी. ग्राम दोमुहानी से सेंद्री तक तकरीबन 27.20 किमी लम्बी परियोजना को अघोषित विरोध के बाद 15 किमी कर दिया गया था.