नेशन अलर्ट, बिलासपुर.
महज पांच मिनट की मुलाकात में वह बर्फ नहीं पिघली जिसके पिघलने की उम्मीद कई लोग लगाए बैठे थे. दरअसल, मामला आज एक मुलाकात से जुड़ा हुआ है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां के दौरे पर थे. यह खबर तब बेहद महत्वपूर्ण हो गई जब पुराने कांग्रेसी व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने उनसे मिलने का समय मांगा. मुलाकात हुई भी और नहीं भी.
छत्तीसगढ़ भवन में कई मिनट बैठे रहे
छत्तीसगढ़ भवन का कमरा नंबर तीन… यहां अजीत जोगी बैठे हुए थे. उनके साथ उनकी पत्नी व विधायक रेणु जोगी, धर्मजीत सिंह सहित अमित जोगी भी थे.
यहां कई मिनट बैठे रहने के बाद उनकी मुलाकात सीएम भूपेश बघेल से हो पाई. कमरा नंबर तीन में जैसे ही सीएम बघेल दाखिल हुए धर्मजीत सिंह ने उन्हें गुलदस्ता भेंट किया.
सीएम बघेल ने इस पर से धन्यवाद कहा. इसी दौरान अजीत जोगी ने हाथ मिलाते हुए बहुत बहुत बधाई कहते हुए अपनी बात कही. सीएम ने धीरे से कहा धन्यवाद.
अब बारी थी श्रीमती रेणु जोगी की. सीएम की नजरें जैसे ही रेणु जोगी की तरफ हुईं वैसे ही उन्होंने कहा कि कैसीं हैं भाभी जी. इसी दौरान अमित जोगी ने भूपेश बघेल के पैर छूने की कोशिश की जिसे भूपेश बघेल ने रोक दिया.
बहरहाल, धर्मजीत सिंह ने पांच मिनट की मुलाकात के दौरान एक ज्ञापन सौंपा है. इस ज्ञापन में जनता कांगे्रस छत्तीसगढ़ जे की तरफ से गौरेला, मरवाही, पेंड्रा को मिलाकर जिला बनाने सहित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी को भी जिला बनाने की मांग की गई है.