नेशन अलर्ट. रायपुर
एक हार क्या क्या कर जाती है यह यदि जानना हो, समझना हो तो छत्तीसगढ़ की भाजपा से जुड़ी जानकारियां जुटाइए. भाजपा ने विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को वास्तु शास्त्र से जोड़ दिया है.
प्रदेश में भाजपा 2003 से जीतते आ रही थी. उसने एक तरफ विधानसभा चुनाव जीते तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव में भी दमदार प्रदर्शन उसका जारी रहा.
लेकिन, इस बार चुनाव क्या हुए भाजपा को दिन में तारे नज़र आने लगे हैं. कांग्रेस की जीत से ज्यादा भाजपा की हार पर चर्चा हो रही है.
क्या वास्तु दोष था..?
प्रदेश भाजपा ने इस बार अपने कार्यालय में परिवर्तन किया था. दरअसल, जिस एकात्म परिसर को भाजपा अपने लकी मानती रही है उसके स्थान पर कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में भाजपा ने अपना कार्यालय बनाया है.
इसी कुशाभाऊ ठाकरे परिसर को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बदलकर पुन: रजबंधा मैदान में स्थित एकात्म परिसर में कार्यालय लाया गया था. इसके बावजूद भाजपा को हार मिली.
अब कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में स्थापित कार्यालय का वास्तु दिखवाया जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि इसके लिए हैदराबाद से वास्तुशास्त्र को जानने वाले बुलवाए गए थे.
हैदराबाद के वास्तु शास्त्रियों ने कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में प्रवेश द्वार में खामी बताई यह चर्चा में है. वास्तु शास्त्रियों के बताए मुताबिक अब कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में एक नए गेट का निर्माण हो रहा है.
2019 के लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा अपने प्रदेश स्तरीय कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर को हर दृष्टिकोण से अपने लिए मुफीद बनाना चाह रही है.
तो क्या, विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार इसी कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में गलत प्रवेश द्वार के चलते हुई थी? हमने इस संबंध में सच्चाई जानने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से भी संपर्क साधने का प्रयास किया जो कि सफल नहीं हो पाया.