नेशन अलर्ट l रायपुर.
सरकार क्या बदली प्रशासन के सामने भी नए-नए प्रश्र खड़े हो गए हैं. छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल लाने वाले सेक्स सीडी कांड का पर्यवेक्षण (सुपर विजन) अब कौन करेगा? इस सवाल से दो चार होना पड़ रहा है.
पूर्ववर्ती सरकार में लोक निर्माण मंत्री रहे राजेश मूणत की कथित तौर पर एक सेक्स सीडी चर्चा में आई थी. इसी सेक्स सीडी में आरोपी बनाकर बीबीसी के पत्रकार रहे विनोद वर्मा धरे गए थे.
विनोद दरअसल वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नजदीकी रिश्तेदार बताए जाते हैं. भूपेश बघेल को फांसने के लिए रमन सरकार ने विनोद को गिरफ्तार किया था. मामले में कई अन्य भी आरोपी बनाए गए थे.
सीआईडी की जगह इंट को सौंपी गई थी जिम्मेदारी
सामान्यत: गंभीर अपराधों का पर्यवेक्षण क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) करते रहा है. लेकिन सेक्स सीडी कांड की जिम्मेदारी सूत्रों के मुताबिक उसे नहीं दी गई थी.
यह काम गुप्त वार्ता (इंटेलिजेंस) के मुखिया अशोक जुनेजा अब तक संभालते रहे थे. खुफिया पुलिस को इस काम की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई थी यह तो पूर्ववर्ती सरकार ही स्पष्ट कर सकती है.
…लेकिन अब जबकि स्वयं इसी मामले के आरोपी बनाए गए भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बन गए हैं तो यह सवाल प्रशासनिक अमले में तैर रहा है.
चूंकि, खुफिया पुलिस को सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करनी होती है इस कारण अब यह सवाल गंभीर हो गया है कि सेक्स सीडी कांड कौन देखेगा? क्या पहले की ही तरह इसका पर्यवेक्षण खुफिया पुलिस के प्रमुख ही करेंगे?
अब तक जुनेजा देख रहे थे जांच
रमन सरकार के समय जब यह कांड हुआ तब अशोक जुनेजा खुफिया पुलिस के मुखिया हुआ करते थे. उन्हें ही यह जिम्मेदारी दी गई थी. उन्हीं के निर्देश पर रायपुर पुलिस ने जांच कर धरपकड़ भी की थी.
अब मामले के एक आरोपी भूपेश बघेल प्रदेश के मुखिया हैं. इस कारण खुफिया पुलिस इस मामले का पर्यवेक्षण कर पाएगा इस पर संदेह जताया जा रहा है. यदि किसी और को इसका पर्यवेक्षण करना है तो अब तक यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या सीआईडी इस मामले को देखेगी?
इस मामले में हमने सीआईडी के एडीजी अरुणदेव गौतम से बात करने का प्रयास किया लेकिन चूंकि उनका मोबाईल स्वीच ऑफ था इस कारण संपर्क नहीं हो पाया.