भारतीय जनता पार्टी को छत्तीसगढ़ में जिस गठबंधन पर भरोसा था वही एक तरह से उसकी हार का कारण बना है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, बसपा व कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) गठबंधन को भाजपाई अपने जीत का माध्यम मान रहे थे लेकिन सतनामी, आदिवासी, ईसाई, मुस्लिम जैसे परंपरागत वोट बैंक को यह गठबंधन संभाल नहीं पाया। संभवत: इसी के चलते गठबंधन तो डूबा ही भाजपा की भी लूटिया डूबो गया।