राजेश शर्मा/रायपुर।
अब से चंद घंटों के बाद विधानसभा चुनाव के नतीजे आ जाएंगे लेकिन इसके पहले कांग्रेस ने एक सूची तैयार की है। इस सूची में सात आईएएस व पांच आईपीएस अफसरों के नाम शामिल बताए जाते हैं।यदि कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन्हें महत्वपूर्ण पदों से दूर रखा जाएगा।
दरअसल इन पर गाहेे-बेगाहे कांग्रेसी यह आरोप लगाते रहे हैं कि इन्होंने चुनाव के समय आदर्श आचार संहिता से परे जाकर खुलकर भाजपा का या तो काम किया या उसका सहयोग किया हैै।
आईपीएस की सूची में किस-किसी के नाम
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की सूची को लेकर तरह-तरह की बात कही जाती है। कांग्रेस की ओर से आईएएस अफसरों को लेकर जो अब तक बयानबाजी हुई है उससे इस सूची में किसके नाम है यह तकरीबन तय नजर आता है लेकिन आईपीएस की सूची की जानकारी सिर्फ कांग्रेसियों को है।
बताया जाता है कि बिलासपुर कलेक्टर के अलावा सुकमा, दुर्ग, धमतरी, राजनांदगांव कलेक्टर सहित दो अन्य कलेक्टर के भी नाम शामिल हैं। जबकि पुलिस महकमे को लेकर तैयार की गई सूची में ऐसे आईपीएस के नाम हैं जो कि भाजपा को सपोर्ट करते रहे हैं।
इनमें एक एडीजी स्तर का अधिकारी शामिल बताया जाता है। दो आईपीएस ऐसे हैं जो कि आईजी लेबल के हैं। इसके अलावा दो अन्य आईपीएस अभी एसपी बतौर कार्य कर रहे हैं।
यदि कांग्रेस की सरकार बन जाती है तो इन अफसरों को आने वाले दिनों में परेशानी हो सकती है। इनके खिलाफ शिकवा-शिकायत के अलावा कांग्रेस के पास ऐसे सबूत भी हैं जिसे लेकर वह कठोर से कठोर कदम उठा सकती है।