यदि भाजपा मध्यप्रदेश के चुनाव को जीत जाती है तो शिवराज सिंह चौहान चौथीं मर्तबा मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ नहीं पाएंगे। दरअसल, भाजपा इन दिनों जिस जोड़ी के भरोसे चल रही है उस जोड़़ी ने शिवराज सिंह चौहान पर कभी भरोसा नहीं जताया है। मप्र की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से बेहतर बताने जैसे कई ऊलजुलुल बयान देने के अलावा मध्य प्रदेश को क्राईम कैपिटल बनने से रोकने में शिवराज सिंह चौहान असफल रहे हैं। इस कारण इस बार यदि भाजपा आती है तो भी शिवराज नहीं आ पाएंगे।