बस्तर के डीआईजी रतनलाल डांगी ने नक्सली संगठन के संबंध में सनसनीखेज खुलासा किया है। डांगी ने कहा है कि गणपति ने स्वास्थ्यगत कारणों से अपना पद नहीं छोड़ा है बल्कि उनका तख्तापलट हुआ है। ऐसा ही 1992 में कोंडापल्ली सीतारमैय्या के साथ हुआ था। डांगी कहते हैं कि नक्सलियों की केंद्रीय समिति लंबे समय से शीर्ष नेतृत्व से नाराज थी जिसका परिणाम गणपति के तख्तापलट के रुप में सामने आया है।