नेशन अलर्ट/रायपुर-बिलासपुर।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का एक दांव इस बार स्वयं उसके अथवा भाजपा के लिए उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। दांव ऐसा है कि कार्यकर्ता बगावत पर उतारु हैं। बिलासपुर में इसी तरह के एक घटनाक्रम में संघ के पदाधिकारी के साथ मारपीट किए जाने की खबर सुनाई दी हालांकि पुलिस इस बात से इंकार करती है।
आरएसएस हर चुनाव में अपने पदाधिकारियों को काम पर लगाता है। इस बार भी आरएसएस के चुनिंदा कार्यकर्ता प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने लगाए गए हैं। प्रोत्साहन के स्थान पर इस बार संघ के कार्यकर्ता न जाने किस दबाव में हैं कि वह तू-तड़ाक करने लगे हैं जिसके कारण दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है।
दबाव और उसके विरोध में कार्यकर्ता
सूत्रों के अनुसार संघ के पदाधिकारी इस बार भाजपा कार्यकर्ताओं को दबाव पूर्वक काम में लगाने का प्रयास कर रहे हैं। दबाव इतना है कि कई बार उसे कार्यकर्ता झेल नहीं पा रहे हैं और इस कारण वह कई स्थानों पर बागी तेवर अपना रहे हैं।
संघ से जुड़े जानकार बताते हैं कि संघ के पदाधिकारी भाजपा के कार्यकर्ताओं को हर बार की तरह इस बार भी टास्क पर टास्क दिए जा रहे हैं लेकिन इस मर्तबा परिस्थिति पिछली बार की तुलना में कहीं अलग है। भाजपा कार्यकर्ता इस बार एंटी इंकम्बेंसी झेल रहे हैं वहीं संघ के दबाव का असर उन पर नजर आने लगा है।
जानकारों के मुताबिक गत दिनों बिलासपुर जिले में ऐसे ही एक मामले में बात कहा सुनी से शुरु हुई और मारपीट तक पहुंच गई थी। हालांकि पुलिस इससे इंकार करती है। बिलासपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने इस तरह के किसी भी मामले की जानकारी होने से इंकार किया है। किसी भी थाना क्षेत्र में ऐसी किसी रिपोर्ट से वह नकार रहे हैं लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस बार इस तरह का घटनाक्रम जरुर हुआ है।