नेशन अलर्ट/भोपाल-रायपुर।
कहते हैं.. परेशानी बिना बुलाए आती है। ये यदि किसी को जानना समझना हो तो उसे सांसद अभिषेक सिंह से मिल लेना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ऐसी गलती की जिससे सांसद अभिषेक परेशानी से घिर गए हैं। मध्यप्रदेश में दिए राहुल के गलत बयान से छत्तीसगढ़ में राजनीतिक भूचाल आ गया है वो भी ऐन चुनाव के समय।
राहुल गांधी सोमवार-मंगलवार को मध्यप्रदेश के प्रवास पर थे। मध्यप्रदेश में ली गई सभाओं में उन्होंने भाजपा व उसके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार पर जमकर तीर छोड़े। इसी दौरान उन्होंने पनामा पेपर्स लीक मामले को भी उठाया।
उन्होंने पनामा पेपर लिक्स का जिक्र करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सुपुत्र कार्तिकेय सिंह का नाम लिया जो कि गलत था। इस पर शिवराज सिंह व कार्तिकेय बेहद नाराज हो गए। मप्र के सीएम शिवराज ने माफी मांगने की मांग की तो राहुल ने उसमें भी कोई कोताही नहीं बरती और मंगलवार को माफी मांग ली।
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान अथवा उनके पुत्र कार्तिकेय सिंह के स्थान पर राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व उनके सुपुत्र अभिषेक सिंह पर बोलना चाह रहे थे। राहुल ने मंगलवार को कहा कि ‘मैं कल कन्फयूज हो गया था। मप्र के सीएम ने पनामा नहीं किया बल्कि उन्होंने तो ई-टेंडरिंग व व्यापम स्कैम किए हैं। पनामा घोटाले पर मैं छत्तीसगढ़ के बारे में बोलना चाह रहा था।’
छत्तीसगढ़ का नाम आते ही यहां राजनीति गरमा गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व उनके सांसद सुपुत्र अभिषेक सिंह इस मामले में फंसे हुए बताए जाते हैं। हालांकि ठीक शिवराज सिंह की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कभी कहा थी कि वह अधिवक्ता प्रशांत भूषण के उस बयान पर मानहानि करने अपने वकीलों के संपर्क में हैं जिसमें उन्होंने अभिषेक सिंह का नाम पनामा पेपर- अगस्ता वेस्टलैंड से जोड़ा था।
हालांकि अब तक उसके बाद यह खबर नहीं आई है कि मुख्यमंत्री को उनके वकीलों ने क्या राय दी। इधर, राहुल गांधी की एक ही मामले में दो अलग-अलग दिनों में की गई बयानबाजी से अभिषेक सिंह बड़ी मुश्किल से घिर गए हैं। यदि मामला आगे बढ़ता है तो अभिषेक सिंह को जवाब देना संभव नहीं होगा।