नेशन अलर्ट/रायपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की धर्मपत्नी श्रीमती रेणु जोगी को बैठे बिठाए बदनाम करने वाली खबर अंतत: फर्जी निकली। दरअसल, हुआ यह था कि किसी न्यूज़ पोर्टल ने यह खबर चला दी थी कि कांग्रेस से टिकट की आस में बैठीं रेणु जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे की ओर से नामांकन खरीदा है। अंतत: जब श्रीमती जोगी ने खुद होकर यह कहा कि वह कांग्रेस में हैं और नामांकन खरीदने वाली बात गलत है तब जाकर मामले का पटाक्षेप हुआ।
कोटा से कांग्रेस की टिकट पर श्रीमती रेणु जोगी की टिकट को लेकर इन दिनों संशय के बादल मंडरा रहे हैं। उनके पति अजीत जोगी ने कांग्रेस से किनारा कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के नाम से नया दल गठित कर लिया है। हालांकि श्रीमती जोगी ने अपने पति की नई नवेली पार्टी में शामिल होने के स्थान पर खुद को आज दिनांक तक कांग्रेस से जोड़े रखा है।
क्यूं और किसने उड़ाई खबर
चुनाव के द्वितीय चक्र के नामांकन की प्रक्रिया 26 अक्टूबर से शुरु हुई। 27 अक्टूबर को प्रदेश को हिलाने वाली खबर सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। खबर ऐसी थी कि जनता कांग्रेस जे के साथ-साथ कांग्रेसियों की भी निगाहें उस पर टिक गई।
कांग्रेसी विधायक रेणु जोगी द्वारा कोटा से जकांछ जे की ओर से नामांकन फार्म लिए जाने की खबर की पुष्टि के लिए कईयों ने दोनों दलो के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साधा। इसी दौरान रेणु जोगी से भी संपर्क साधा गया। खबर की पोल तब खुली जब श्रीमती जोगी ने इससे सीधे तौर पर इंकार किया।
रेणु जोगी ने कहा कि न तो उन्होंने नामांकन पत्र खरीदा है और न ही किसी को खरीदने के लिए कहा है। न तो यह विषय मेरी जानकारी में आया है और न ही मैने इस तरह की अनुमति किसी को दी है।