नेशन अलर्ट/ नईदिल्ली-रायपुर।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (सीबीआई) में उठी लपट क्या छत्तीसगढ़ को भी अपनी जद में ले रही है? यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है क्यूंकि छत्तीसगढ़ काडर के आईपीएस ऑफिसर व सीबीआई में डेपूटेशन पर पदस्थ अमित कुमार भी स्थानांतरित कर दिए गए हैं। उधर, सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना सरकार द्वारा छुट्टी पर भेज दिए गए हैं।
इन दिनों सीबीआई चर्चा का विषय बनी हुई है। सीबीआई की आंतरिक लड़ाई खुलकर सामने आ गई है। एक मामले में निदेशक रहे आलोक वर्मा ने विशेष निदेशक अस्थाना पर घूसखोरी के आरोप में कार्रवाई शुरु कर दी थी। जबकि अस्थाना द्वारा वर्मा पर ही उल्टे आरोप लगाए गए हैं। जब सरकार के समझाने के बाद भी बात नहीं बनीं तो सरकार की ओर से दोनों निदेशकों को जबरिया छुट्टी पर भेज दिया गया है। सरकार की तरफ से नागेश्वर राव ने एजेंसी की कमान संभाल ली है।
13 अधिकारी स्थानांतरित
राव ने सीबीआई की कमान संभालते ही 13 अफसरों का तबादला कर दिया है। ये वही अफसर हैं जिन्होंने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच की थी। दूसरे शब्दों में यह भी कहा जा सकता है कि यह अफसर निदेशक रहे आलोक वर्मा के नजदीकी थे। ज्वाईंट डायरेक्टर राव ने अंतरिम निदेशक नियुक्त होते ही इन सबको इधर-उधर कर दिया है।
बताया तो यहां तक जाता है कि डिप्टी एसनी अजय बस्सी भी स्थानांतरित किए गए अफसरों में शामिल हैं जिन्हें पोर्ट-ब्लेयर भेजा गया है। ज्वाईंट डायरेक्टर अरुण शर्मा जेडी पॉलिसी और जेडी एंटी करप्शन हेड क्वार्टर से हटा दिए गए हैं। एसी 3 के डीआईजी मनीष सिन्हा भी हटा दिए गए हैं।
इसी तरह एडीशनल एसपी एसएस ग्रुम दिल्ली से सीधे जबलपुर स्थानांतरित किए गए हैं। डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार की गिरफ्तारी में ग्रुम का ही नाम आया था। एके शर्मा का भी तबादला कर दिया गया है। ए सांई मनोहर, वी मुरुगेशन को चंडीगढ़ भेजा गया है। अमित कुमार को जेडी एसी वन में तैनात किया गया है। डीआईजी का पद संभाल रहे मनीष सिन्हा का तबादला नागपुर कर दिया गया है। तरुण गोबा दिल्ली बुलाए गए हैं।
इनके अलावा जसबीर सिंह, केआर चौरसिया, रण गोपाल, सतीष डागर के भी प्रभार बदले गए हैं। राकेश अस्थाना केस की जांच कर रही टीम में एसपी डागर सहित एक्टिंग ज्वाईंट डायरेक्टर मुरुगुशन व डीआईजी गोबा शामिल किए गए हैं।