नेशन अलर्ट/रायपुर।
बहुजन समाज पार्टी के उस रुख से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे में बगावत हो सकती है जिसमें उसने सीट देने से इंकार कर दिया है। मामला बड़ा पेचीदा है लेकिन यदि इसका कोई निराकरण नहीं निकाला गया तो हाथी हल तोड़ता नजर आएगा।
मामला दरअसल, छत्तीसगढ़ की दो विधानसभा सीट से जुड़ा हुआ है। दोनों सीट राजनांदगांव जिले की डोंगरगढ़ व डोंगरगांव बताई जाती हैं। अजीत-अमित जोगी ने बसपा से हुए समझौते के तुरंत बाद जब सीटों का समझौता किया तो डोंगरगढ़-डोंगरगांव से अपने कदम पीछे खींच लिए। इन सीटों से जकांछ-जे के संभावित प्रत्याशियों की उम्मीद पर तब पानी फिर गया जब ये बसपा के खाते में दे दी गई।
वापस लेने की थी मांग
डोंगरगांव से विष्णु लोधी, जमुनादेवी साहू, महेंद्र साहू जैसे कई चेहरे जनता कांग्रेस की टिकट की उम्मीद पाले बैठे थे। जब ये सीट बसपा के खाते में गई तो महेंद्र साहू ने सीधे पार्टी ही छोड़ दी जबकि विष्णु व जमुनादेवी ने एक बार पार्टी सुप्रीमो अजीत जोगी से मिलकर अपनी मांग रखी थी। तब जोगी ने उन्हें आश्वस्त किया था कि ये सीट बसपा के खाते से वापस ले ली जाएगी।
डोंगरगढ़ में भी तकरीबन ऐसी ही स्थिति है। यहां पारस टांडेकर, मंगल मारकंडे, युवराज डीढ़ी व लोकनाथ भारती जैसे दावेदार बताए जाते हैं। यहां अब तक कोई बड़ी बगावत नहीं हुई है लेकिन लोकनाथ जैसे चेहरों ने पार्टी का काम छोड़कर खेती किसानी का काम चालू कर दिया है। आने वाले दिनों में यहां से भी बागी सिर उठाएंगे यह तय है। अब जबकि सीट वापसी की उम्मीद ही खत्म हो गई है तो इस संभावना को और बल मिलता है।
खुज्जी-मोहला की हालत भी ठीक नहीं
इधर, खुज्जी व मोहला-मानपुर क्षेत्र की भी हालत जकांछ-जे के दृष्टिकोण से ठीक नहीं बताई जाती है। खुज्जी में टिकट की उम्मीद पाले बैठे रवि मानव की जब यह आस पूरी नहीं हुई तो सीधे उन्होंने पार्टी छोड़कर आप का दामन थाम लिया। हालांकि मानव के पार्टी छोडऩे से कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन इससे जो संदेश मानव देना चाहते थे वो उन्होंने दे दिया है। एक अन्य चेहरा डीएन नेताम का ऐसा है जो कि खुज्जी से दावेदार थे लेकिन उनको अवसर नहीं मिला तो उन्होंने भी पार्टी की खिलाफत शुरु कर दी है। महिला विंग की गायत्री सिंह ने भाजपा ज्वाईन कर लिया है।
यही हाल मोहला-मानपुर क्षेत्र का है। हालांकि इस क्षेत्र में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे की प्रत्याशियों की पहली सूची में संजीत ठाकुर का नाम शामिल है लेकिन उन्हें पार्टी की ओर से साधन संपन्न नहीं किया गया है इस कारण इतने लंबे समय से अपने कार्यकर्ताओं को संभाले रखना उनके लिए अब मुश्किल हुआ जा रहा है। ऊपर से अर्जुन मंडावी नामक युवक ने आप की सदस्यता ग्रहण कर टिकट लाकर संजीत के लिए परेशानी दोगुनी कर दी है। कुल मिलाकर जकांछ-जे के लिए राजनांदगांव जिले में सबकुछ ठीक नहीं घट रहा है।