रायपुर.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को गरीबों से जुड़े सवाल पर घेरने की कोशिश की है। पीसीसी चीफ बघेल ने कहा है कि जब राज्य का निर्माण हुआ था तब प्रदेश में 37 फीसद जनता गरीब थी। अब यह आंकड़ा बढ़कर 39.09 फीसद हो गया है। इसका सीधा सा तात्पर्य यह है कि राज्य में तकरीबन 8 लाख लोग गरीबी रेखा के नीचे आ गए हैं।
प्रधानमंत्री के छग आगमन के दौरान पीसीसी चीफ बघेल ने उनसे जानना चाहा है कि विकास का यह कौन सा मॉडल है जिसमें गरीबों और झुग्गियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री एक ओर विकास यात्रा पर निकले हैं जबकि दूसरी ओर पिछले 15 साल में भाजपा के शासन में गरीबी और झुग्गियों के मामले में छग देश में पहले स्थान पर आ गया है।
प्रदेश में 18 प्रतिशत झुग्गियां
बघेल ने कहा है कि देश का सबसे गरीब राज्य आज की तारीख में छत्तीसगढ़ है। इसी प्रदेश में 18 प्रतिशत झुग्गियों के साथ गरीब जनता रहती है। विकास की दर, प्रति व्यक्ति आय बढऩे का दावा मुख्यमंत्री बार-बार करते रहते हैं जबकि छत्तीसगढ़ गरीब हुए जा रहा है।
कांग्रेस नेता यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि यह विकास का कौन सा मॉडल हैं जहां धान के कटोरे का किसान आत्महत्या करने मजबूर हो गया है। क्यूं किसानों की संख्या घट गई है? क्यूं मजदूरों की संख्या बढ़ गई है? सरकार को नौकरी पर रखने योग्य युवा क्यूं नहीं मिल रहे हैं? प्रदेश के पचास लाख युवा क्यूं आखिर बेरोजगार हैं?