राजनांदगांव। संस्कार सिटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ठाकुरटोला, राजनांदगांव में दिनांक 10 दिसंबर 2024, दिन-मंगलवार को देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत प्रशिक्षणार्थियों व सहायक प्राध्यापकों का पंजीकरण किया गया।
छत्तीसगढ़ आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, मनकी, राजनांदगांव के द्वारा नागरिकों का प्रकृति परीक्षण करने हेतु शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर प्रवक्ता कार्यरत विकास सिंह राथौड़ (सहायक प्राध्यापक) के नेतृत्व में इस अवसर पर आयुर्वेद के महत्व और इसके लाभों की जानकारी दी गई। विकास सिंह राथौड में अभियान के उद्देश्य को विस्तार से समझाते हुए कहा कि इस पहल का मुख्य लक्ष्य लोगों को उनकी आयुर्वेदिक प्रकृति के बारे में जागरूक करना है। इस ऐप के माध्यम से न केवल स्वास्थ्य समस्याओं का विश्लेषण किया जाएगा, बल्कि जीवन शैली में प्रकृति के अनुसार बदलाव, खान-पान के सुझाव और स्वस्थ जीवन जीने की तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस अभियान का उद्देश्य पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा जागरूकता में क्रांति लाना है, जो आयुर्वेद को हर घर तक पहुंचने में मदद करेगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गुरप्रीत कौर छाबड़ा इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आयुर्वेद हमारी प्राचीन विरासत है और इस अभियान के माध्यम से लोगों को आयुर्वेदिक ज्ञान को अपने और अपने जीवन को स्वस्थ और संतुलित बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी। इस निदान में भाग लेकर प्रशिक्षणार्थियों व सहायक प्राध्यापको को प्रमाण-पत्र दिया गया। महाविद्यालय में आयुर्वेदिक अस्पताल की स्वास्थ्य टीम का स्वागत किया और उन्हें शिक्षकों और विद्यार्थियों की जानकारी प्रदान की। कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और आयुर्वेद के सिद्धांतों को अपने दैनिक जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
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