राजनांदगांव। भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय द्वारा देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय शैक्षिक सर्वेक्षण, परख राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण-2024 दिनांक 4 दिसंबर को चयनित शालाओं में एक साथ किया गया। यह सर्वेक्षण जिले की 111 चयनित निजी अनुदान प्राप्त एवं शासकीय शालाओं में किया गया। इस सर्वेक्षण में कक्षा 3, 6 एवं 9 के करीब 2610 विद्यार्थियों ने हिंदी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों में अपने ज्ञान का प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि परख एक राष्ट्रीय मूल्यांकन संस्था है। परख का अर्थ है प्रदर्शन, मूल्यांकन, समीक्षा और समग्र विकास के लिए ज्ञान का विश्लेषण। यह एक राष्ट्रव्यापी स्कूल शिक्षा सर्वेक्षण है, जिसमें सेंपल सर्वेक्षण के आधार पर देश के स्कूल शिक्षा का आंकलन किया जाता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) के द्वारा परख सर्वेक्षण आयोजित किया जाता है।
इस राष्ट्रव्यापी स्कूल शिक्षा सर्वेक्षण को पहले नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) के रूप में जाना जाता था, जिसका आयोजन हर तीन साल में किया जाता है। पिछली बार नेशनल अचीवमेंट सर्वे-2021 में हुआ था, जिसमें अविभाजित राजनांदगांव जिले ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य में दसवां स्थान प्राप्त किया था।
इस सर्वे को समय के साथ देश की स्कूली शिक्षा प्रणाली की प्रगति का मूल्यांकन और निगरानी करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सर्वेक्षण भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हमारे आसपास की दुनिया (पर्यावरण जागरूकता पर केंद्रित विषय) जैसे प्रमुख विषयों के बारे में छात्रों की समझ का आंकलन करता है। पेपर-आधारित मूल्यांकन और आधुनिक ओएमआर तकनीक को मिलाकर एक व्यापक पद्धति के साथ, परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 न केवल छात्रों के शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन है, बल्कि पूरे भारत में लाखों छात्रों के लिए शैक्षिक परिदृश्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सर्वेक्षण के परिणामों का उपयोग शैक्षिक सुधारों और भविष्य के नीतिगत निर्णयों के लिए किया जाता है।
जिले में इस सर्वे के सफल आयोजन के लिए कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं सीईओ जिला पंचायत सुरूचि सिंह के मार्गदर्शन में तथा जिले के प्रभारी डीके कौशिक, अतिरिक्त मिशन संचालक समग्र शिक्षा रायपुर संयुक्त संचालक दुर्ग आरएल ठाकुर तथा जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास सिंह बघेल और जिला मिशन समन्वयक सतीश ब्यौहरे के संयुक्त निर्देशन में जिले के सभी चयनित सेम्पल शालाओं में आब्जर्वर की उपस्थिति में सर्वे कराया गया। जिले के समस्त विकासखंडों में परख सर्वेक्षण की निगरानी के लिये जिला मॉनिटरिंग टीम जिसमें जिले के डीएमसी सतीश ब्यौहरे, एडीपीओ पीआर झाड़े, एपीसी मोहम्मद रफीक अंसारी, आदर्श वासनिक, मनोज मरकाम एवं समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी, समस्त विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, समस्त संकुल प्राचार्य हाई-हायर सेकेंडरी स्कूल, समस्त सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, समस्त संकुल शैक्षिक समन्वयक, समस्त प्रधान पाठक प्राथमिक शाला, समस्त प्रधान पाठक माध्यमिक शाला ने परख कार्यक्रम को लेकर सभी स्तरों पर विभागों से समन्वय बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रत्येक विकासखंडों के लिए विकासखंड स्तर पर प्रत्येक स्कूल के लिए सीएसी की टीम जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में शिक्षा विभाग ने जिला स्तर से तैनात किए थे।
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