राजनांदगांव। राजनांदगांव जिले से खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला अलग हुआ तो स्कूल शिक्षा विभाग ने दिनांक ०६.०७.२०२३ को इस नवीन जिले के लिए पद का सृजन कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला-राजनांदगांव से कुछ पद समाप्त कर पद एवं कर्मचारियों-अधिकारियों को नवीन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई भेजने का आदेश दिया था, लेकिन यह कर्मचारी खैरागढ़ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अपनी ज्वनिंग दिए ही नहीं, जिससे अब खैरागढ़ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में काम करने के लिए कर्मचारियों को अन्य स्कूल से लाकर संलग्न किया गया, जिससे स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल विगत कई महीनों से इस मामले की लगातार लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग कर रहे है, क्योंकि उनका कहना है कि, जिन कर्मचारियों को खैरागढ़ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेजा गया था, वे सभी आज भी जिला शिक्षा अधिकारी, राजनांदगांव कार्यालय में पद विरूद्ध वेतन आहरण कर रहे है, जबकि उन सभी कर्मचारियों का पद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से समाप्त कर दिया गया है।
श्री पॉल ने बताया कि महेश ठाकुर और अभिषेक श्रीवास्तव एवं अन्य सात कर्मचारियों को डीईओ कार्यालय राजनांदगांव से कम्प्युटर ऑपरेटर के पद से वेतन दिया जा रहा है, जबकि इन कर्मचारियों को वेतन जारी करने का कोई आदेश वित्त विभाग से डीईओ, राजनांदगांव को प्राप्त हुआ ही नहीं है, यह सभी कर्मचारियों को पद विरूद्ध वेतन जारी किया जा रहा है, जो भारी वित्तीय अनियमितता है, और हमनें वेतन जारी करने वाले अधिकारी के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध करने की मांग की है।
(यह खबर टीम नेशन अलर्ट द्वारा संपादित नहीं की गई है. जैसी मिली वैसी प्रकाशित हुई है. अत: नेशन अलर्ट किसी भी तरह की गल्ती के लिए जिम्मेदार नहीं है.)