नेशन अलर्ट/9770656789
भोपाल. राज्य के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पद आईपीएस कैलाश मकवाना को मिल गया है. पैनल में शामिल रहे दो अन्य आईपीएस की सेवानिवृत्ति तिथि भी तय हो गई है.
दरअसल डीजीपी चुनने तीन आईपीएस के नाम चयनित कर लिए गए थे. डीजीपी नहीं बन पाने की स्थिति में कौन कब सेवानिवृत होगा यह भी तय था.
बीते गुरूवार को ही केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की बैठक में मध्यप्रदेश के नए बनने वाले डीजीपी के लिए तीन नामों का चयन किया गया था. राज्य शासन ने कुलजमा 9 वरिष्ठ आईपीएस के नाम प्रेषित किए थे.
जिन नामों को खारिज किया गया गया उनमें आईपीएस जीपी सिंह डीजी जेल हैं. रूस्तम जी आर्मड पुलिस ट्रेनिंग कालेज (आरएपीटीसी) इंदौर में पदस्थ स्पेशल डीजी वरूण कपूर के नाम शामिल हैं.
इनके अलावा आईपीएस उपेंद्र कुमार जैन जोकि फिलहाल पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) हैं, का भी नाम बाहर कर दिया गया.
इसी तरह स्पेशल डीजी के पदों पर पदस्थ आलोक रंजन (प्रोविजन) प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव (महिला सेल), योगेश मुद्गल (तकनीकी सेवाएँ) जैसे आईपीएस प्रदेश के डीजीपी बनने की दौड़ से बाहर हो गए.
किसी को तीन माह तो किसी को डेढ़ साल का होता फायदा . . .
अब बात आईपीएस के उन तीन नामों की जोकि डीजीपी बनाए जा सकने वालों की सूची में शामिल थे. इनमें तीनों ही आईपीएस, डीजीपी नहीं बन पाने की स्थिति में पहले ही 60 साल की सेवा पूरी कर ले रहे हैं.
जैसे कि आईपीएस अरविंद कुमार की सेवानिवृत्ति 30 मई को तय है. यदि वह डीजीपी बनाए जाते तो उन्हें तकरीबन डेढ़ साल का फायदा होता.
डीजीपी बनने की सूरत में वह 30 नवंबर 2026 तक राज्य की सेवा करते. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
आईपीएस अजय कुमार शर्मा फिलहाल डीजी ईओडब्यू हैं. वह 1989 बैच के अफसर हैं. उनकी सामान्य परिस्थितियों में सेवानिवृत्ति अगस्त 2026 बताई जा रही है.
यदि वह डीजीपी बनते तो उन्हें 30 नवंबर 2026 तक सेवा देनी होती. मतलब उन्हें तीन महीने अतिरिक्त सेवा का फायदा मिलता लेकिन उन्हें भी डीजीपी बनने का सौभाग्य नहीं मिला.
बहरहाल, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विदेश यात्रा पर रवाना होने के पहले नए डीजीपी का नाम तय कर लिया. शनिवार रात इस बाबत आदेश भी जारी हो गए.
वर्तमान डीजीपी सुधीर सक्सेना 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. अगली सुबह से नए डीजीपी के रूप में कैलाश मकवाना मध्य प्रदेश की सेवा करते नज़र आएंगे.
आईपीएस कैलाश मकवाना की नियमित सेवानिवृत्ति 31 दिसंबर को तय थी. डीजीपी बनने पर उन्हें 11 माह अतिरिक्त सेवा देनी पडे़गी. अब डीजीपी बनने पर वह 30 नवंबर 2026 को रिटायर होंगे.