रायपुर |
वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा ने कहा है कि उनके पास छत्तीसगढ़ के एक मंत्री की सेक्स सीडी है और यही कारण है कि उन्हें फंसाया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ पुलिस ने विनोद वर्मा को शुक्रवार की तड़के उनके इंदिरापुरम स्थित घर से गिरफ़्तार किया था, ट्रांजिट रिमांड के लिए उन्हें ग़ाज़ियाबाद के सीजेएम कोर्ट में पेश किया जा रहा है. ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट ले जाते हुए संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, “मेरे पास एक मंत्री की सेक्स सीडी है. इसी कारण मुझे निशाने बनाया जा रहा है.” हालांकि बाद में सीडी से संबंधित सवाल पर विनोद वर्मा ने कहा, “मेरे पास सेक्स वीडियो पेन ड्राइव में है. सीडी में मेरा कोई लेना-देना नहीं है.”
इससे पहले, विनोद वर्मा को इंदिरापुरम थाने लाया गया और पुलिस ने उनसे से कई घंटे पूछताछ की. पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि विनोद वर्मा के घर से 500 सीडी बरामद की गई हैं. पुलिस के मुताबिक़, विनोद वर्मा के ख़िलाफ़ धारा 384 (रंगदारी वसूलने) और धारा 506 (जान से मारने की धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
विनोद वर्मा बीबीसी के पूर्व पत्रकार रहे हैं. वह अमर उजाला के डिजिटल एडिटर भी रहे हैं. विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर लंबे समय से लिखते रहे हैं. वे एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं. रायपुर से स्थानीय पत्रकार आलोक पुतुल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और विधायक भूपेश बघेल पत्रकार विनोद वर्मा के रिश्तेदार हैं.
भूपेश बघेल ने कहा, “विनोद वर्मा की रिपोर्ट्स से सरकार नाराज़ थी और यह गिरफ़्तारी पत्रकारों को डराने की कोशिश है.”
मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष डॉक्टर लाखन सिंह ने कहा, “यह पत्रकारिता की आवाज़ को दबाने की कोशिश है और हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
छत्तीसगढ़ में क्या बोली पुलिस?
राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक प्रदीप गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ़्तारी की सिलसिलेवार जानकारी दी.
प्रकाश बजाज नाम के एक व्यक्ति ने कल यानी गुरुवार दोपहर को रायपुर के एक थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई थी जिसके आधार पर ही गिरफ्तारी हुई है.
प्रकाश बजाज ने बताया कि उन्हें एक फ़ोन आया जिसमें उनके ‘आका’ की सेक्स सीडी बनाने की बात कही गई है. प्रकाश बजाज की एफ़आईआर में विनोद वर्मा के नाम का ज़िक्र नहीं है, लेकिन एक दुकान का ज़िक्र है जहां पर कथित तौर पर सीडी की नकल बनाई जा रही है.
पुलिस से सीडी बनाने वाले व्यक्ति से पूछताछ की और उसने बताया कि उन्होंने ऑर्डर के आधार पर 1000 सीडी बनाए थे. इसी व्यक्ति ने पुलिस को विनोद वर्मा का नंबर भी दिया. इन्हीं सीडी में से 500 सीडी क्राइम ब्रांच के विनोद वर्मा के घर से बरामद की गई हैं.
साभार : बीबीसी