राजनांदगांव।
पारख नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर में लगे सीसीटीवी कैमरे से संबंधित शिकायत की जांच लगता है ठंडे बस्ते में चली गई है। मीडिया से जुड़े कमलेश सिमनकर ने मामला उजागर किया था लेकिन अब तक अपराध पंजीबद्ध भी नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि अस्पताल की नई बिल्डिंग के उद्घाटन होने के एक माह बाद सोशल मीडिया में प्रसारित हुए एक वीडियो में इसका खुलासा हुआ था। वीडियो कमलेश ने एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान शूट किया था। मामले को लेकर जब मीडिया ने दबाव बनाया तो कलेक्टर के आदेश पर मामले की जांच शुरु हुई थी। वहीं पत्रकार कमलेश सिमनकर ने भी इस मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
कब हुआ उद्घाटन
पारख नर्सिंग होम की नई बिल्डिंग का उद्घाटन 11 जून 2017 को होने के एक माह बाद 11 जुलाई 2017 को सोशल मीडिया में एक वीडियो प्रसारित हुआ। इस वीडियो में नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर में सीसीटीवी कैमरा लगा दिखाई दिया। इस खुलासे के बाद मीडिया ने नर्सिंग होम से जानकारी चाही जिसमें संचालकों ने ओटी में सीसीटीवी होने की बात स्वीकार की। जांच में यह जानकारी भी सामने आई कि ओटी में एक नहीं बल्कि तीन कैमरे लगाए गए थे।
विषय सामने आने के दूसरे दिन ही अखबारों में मामले ने सुर्खियां बटोर ली। कलेक्टर ने भी मामले में जांच के आदेश दे दिए। दूसरी तरफ पत्रकार कमलेश सिमनकर ने भी नर्सिंग होम के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत को लेकर जांच का दौर चला, कथन लिए गए लेकिन मामला अब ठंडे बस्ते में है।
क्यूं गलत है?
ऑपरेशन थियेटर में कैमरा लगाना गैर-कानूनी और नियम विरुद्ध है। पारख नर्सिंग होम का संचालन वर्षाे से हो रहा है। ऐसे में संभव नहीं लगता कि उन्हें इस नियम की जानकारी न हो। इस नर्सिंग होम में गर्भवती महिलाओं का इलाज किया जाता है।
ऐसे में ओटी में कैमरा लगा होना एक गंभीर विषय बन जाता है। इस मामले में नर्सिंग होम के संचालकों ने भी बेहद लापरवाह रवैया ही अपनाया। बावजूद इन सबके और प्रशासनिक जांच में सारे तथ्य सामने आने के बाद भी अब तक उक्त नर्सिंग होम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।