रायपुर।
आखिर मीडिया से क्यूंकर आईजी हिमांशु गुप्ता बच रहे हैं? अब तक आईजी गुप्ता ने मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखने कोई पहल भी नहीं की है। मामला चूंकि पति-पत्नी के विवाद में आईजी गुप्ता की कथित भूमिका से जुड़ा हुआ है इस कारण उनका पक्ष जानने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन आईजी साहब फोन ही नहीं उठा रहे।
मामला शुक्रवार को शुरु हुआ था। तब से लेकर आज बुधवार तक आईजी गुप्ता ने मीडिया से कोई बात करना जरुरी नहीं समझा है। मतलब दाल में कहीं न कहीं कुछ न कुछ काला जरुर है।
क्या है मामला
शुक्रवार को एक महिला ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि उसके पति उस पर आरोप लगाते रहे हैं कि आईजी गुप्ता से उसके ताल्लुकात हैं। इस मसले को लेकर महिला ने महिला आयोग दफ्तर के समक्ष धरना भी दिया था। शुक्रवार से ही आईजी गुप्ता से बात करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी है।
पत्नी से हो चुका है तलाक – अखिलेश
महिला के पति अखिलेश खंडेलवाल कहते हैं कि उसका अपनी पत्नी से दो वर्ष पहले ही तलाक हो चुका है। इससे पहले तकरीबन 4 साल दोनों अलग-अलग रहे हैं। अखिलेश के शब्दों में शादी के कुछ दिनों बाद से ही पत्नी के कारण उन्हें परिवार से अलग होना पड़ा था। पिता के कारोबार से अलग होने के कारण वे बेहद परेशान रहे। मकान को लेकर कोर्ट से स्टे है। इसके बाद भी उन्होंने पत्नी को घर से नहीं हटाया है।
आखिर ऐसा आरोप क्यूंकर लगाया जा रहा है? मामले को समझने की कोशिश में हमने आईजी गुप्ता से बात करने का प्रयास किया लेकिन वो बात करने तैयार ही नहीं हैं। आईजी गुप्ता ने शुक्रवार-शनिवार को अपने शासकीय मोबाईल पर किए गए कॉल को रिसीव ही नहीं किया।
इसके बाद स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में यह मसला पीछे छूट गया था। 13 अगस्त को रविवार था। उस दिन बात करने की कोशिश भी नहीं की गई। 14 व 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए संपर्क नहीं साधा गया। आज बुधवार यानि कि 16 अगस्त को सरगुजा रेंज के आईजी के शासकीय मोबाईल पर कॉल किया गया तो उन्होंने उसे पिकअप ही नहीं किया।
पति-पत्नी के बीच विवाद की जड़ और पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप में कहीं न कहीं गुप्ता का नाम उभर कर सामने आया है। इससे शंका भी होती है। कहीं तलाक की वजह आईजी गुप्ता ही तो नहीं थे..?