राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि पंचायत एवं नगरीय निर्वाचन की तैयारी के लिए सभी अधिकारी गंभीरतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने कहा कि धान खरीदी का कार्य शासन का महत्वपूर्ण कार्य है। 14 नवम्बर से धान खरीदी कार्य प्रारंभ हो जाएगा। सभी अधिकारी इसके लिए आवश्यक तैयारी रखें। उन्होंने जिले के सभी धान उपार्जन केन्द्रों में पेयजल, मापतौल सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सत्यापन का कार्य महत्वपूर्ण है। इस पर ध्यान केन्दि्रत करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। अवैध धान का परिवहन करने वाले कोचियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कोचियों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य, सहकारिता एवं मण्डी की संयुक्त टीम कार्य करें। उन्होंने कहा कि गिरदावरी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। पोर्टल में जहां धान की एन्ट्री नहीं है, वहां धान की खरीदी नहीं हो, इस बात का ध्यान रखें। आवश्यकता से अधिक टोकन होने पर सत्यापन जरूर करें। धान खरीदी के कार्य में नोडल अधिकारी, सरपंच, पटवारी, आरईएओ सहित अन्य अधिकारियों की ड्यूटी लगाएं। उन्होंने जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर के पहले विकासखंड स्तरीय शिविर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविर में प्राप्त पेंशन, राशन कार्ड, दिव्यांगजनों के प्रकरण, मनरेगा जॉब कार्ड, राजस्व, प्रधानपंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे आवेदनों का सभी विभाग प्राथमिकता के साथ निराकरण करें। उन्होंने 5 नवम्बर को राज्योत्सव की तैयारी के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम में सभी विभाग शासन की योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाएंगे तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सुगम एप के आ जाने से प्रापर्टी की फोटो तीन ओर से खींच कर एनजीडीआरएस सिस्टम में अपलोड की जा सकेगी, जिससे प्रापर्टी खरीदी-बिक्री में लोगों को दिक्कत नहीं होगी एवं धोखा-धड़ी से भी बचेंगे, जिससे आम जनता को फायदा होगा। उक्त बातें कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि एजुकेशन हब में बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए कार्य करें तथा यहां राष्ट्रीय स्तर के सेमीनार भी आयोजित करें। उन्होंने न्योता भोज, मध्यान्ह भोजन, किचन गार्डन के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में किचन गार्डन होने से बच्चे श्रम करना सीखते हैं। स्कूलों में किशोरी बालिकाओं में हिमोग्लोबिन की कमी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। हर बच्चे को सप्ताह में एक दिन आईएफए आयरन की गोली जरूर दें तथा उन्हें पौष्टिक आहार के बारे में बताएं। चिरायु योजना से जुड़े डॉक्टर स्कूलों में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करें। किशोरी बालिकाएं हिमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए दवाई खा लें यह सुनिश्चित करें। दवाई का सेवन क्यों जरूरी है, इसके लिए उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्हें यह बताएं कि रक्त की कमी को दूर करने के लिए आवश्यक दवाई लेना जरूरी हंै। कलेक्टर ने कहा कि जनदर्शन में लोग दूर-दूर से अपनी समस्याएं लेकर आते है। सभी अधिकारी प्रतिबद्धतापूर्वक आवेदनों का निराकरण करें। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में अपने विभाग से संबंधित जानकारी अधिकारी को होना चाहिए। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रवृत्ति में परिवर्तन होना चाहिए। उन्होंने धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए किसानों की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसान सामूहिक रूप से भी क्लस्टर में खेती कर सकते हैं। जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि किशोरी बालिकाओं को स्कूलों में हिमोग्लोबिन परीक्षण कराने के बाद शनिवार को स्कूलों में एनिमिया मुक्त भारत के तहत आयरन एवं फोलिक एसिड की दवाई दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि धान के बदले अन्य फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम सभा में किसानों को प्रेरित करें। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शीतल बंसल, एसडीएम राजनांदगांव अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ मनोज मरकाम, एसडीएम डोंगरगांव श्रीकांत कोर्राम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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