रायपुर।
सरगुजा रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता मीडिया से बात करने तैयार नहीं हैं। दरअसल, शुक्रवार को एक महिला ने यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि उसके पति उस पर आरोप लगाते रहे हैं कि आईजी से उसके ताल्लुकात हैं। इस मसले को लेकर महिला ने महिला आयोग दफ्तर के समक्ष धरना भी दिया था। शुक्रवार से ही आईजी गुप्ता से बात करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी है। घंटों बीत जाने के बाद भी आईजी गुप्ता ने अपना मुंह नहीं खोला है।
यह पहला मसला नहीं है जब छत्तीसगढ़ पुलिस अथवा उसका कोई अधिकारी इस तरह के विवाद में उलझा है। हालांकि इक्का-दुक्का मर्तबा ही अधिकारी ऐसे नजर आए जिन्होंने न केवल बातचीत की बल्कि खुलकर अपना पक्ष भी रखा। एक-दो ऐसे मामले हैं जिसमें आज-तक अधिकारी अपनी बात पर कायम हैं और लड़ भी रहे हैं लेकिन ज्यादातर मामलों में छत्तीसगढ़ पुलिस अथवा उसके अधिकारियों का रवैया वैसा ही रहता है जैसा इस बार सरगुजा रेंज के आईजी गुप्ता का है।
यह भी पढ़ें
तलाक की वजह कहीं गुप्ता तो नहीं?
महिला के पति अखिलेश खंडेलवाल कहते हैं कि उसका अपनी पत्नी से दो वर्ष पहले ही तलाक हो चुका है। इससे पहले तकरीबन 4 साल दोनों अलग-अलग रहे हैं। अखिलेश के शब्दों में शादी के कुछ दिनों बाद से ही पत्नी के कारण उन्हें परिवार से अलग होना पड़ा था। पिता के कारोबार से अलग होने के कारण वे बेहद परेशान रहे। मकान को लेकर कोर्ट से स्टे है। इसके बाद भी उन्होंने पत्नी को घर से नहीं हटाया है।
आखिर ऐसा आरोप क्यूंकर लगाया जा रहा है? मामले को समझने की कोशिश में हमने आईजी गुप्ता से बात करने का प्रयास किया लेकिन वो बात करने तैयार ही नहीं हैं। आईजी गुप्ता ने शुक्रवार-शनिवार को अपने शासकीय मोबाईल पर किए गए कॉल को रिसीव ही नहीं किया। पति-पत्नी के बीच विवाद की जड़ और कल पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप में कहीं न कहीं गुप्ता का नाम उभर कर सामने आया है। इससे शंका भी होती है। कहीं तलाक की वजह आईजी गुप्ता ही तो नहीं थे..?