जितेंद्र जैन/ राजनांदगांव।
मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने की बात कहकर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय निकल लिए। हालांकि उन्होंने अपनी सरकार के खिलाफ कोई टीका-टिप्पणी नहीं की लेकिन आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने की मांग का समर्थन कर ट्राइबल लाईन खींच दी है।
दरअसल, आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय आज राजनांदगांव प्रवास पर थे। साय का राजनांदगांव प्रवास इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र और जिला है। यहां आकर नंदकुमार साय ने आदिवासी मुख्यमंत्री की बात कहकर अपनी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को परेशानी में डाल दिया है।
क्या-क्या बोला साय ने
‘नेशन अलर्ट’ के संवाददाता ने नंदकुमार साय से सर्किट हाऊस में मुलाकात की। इस दौरान नंदकुमार साय ने बेबाकी से अपनी बात रखी। आदिवासी बहुल राज्य में आदिवासी मुख्मयंत्री बनने और बनाने की मांग उठती रहती है कहते हुए साय यह तक कह गए कि आदिवासी मुख्यमंत्री तो होना ही चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाति संबंधी मामलों में हो रही शिकवा शिकायत के बीच बिलासपुर कलेक्टर पी दयानंद को आयोग द्वारा नोटिस क्यूं कर दी गई यह पूछे जाने पर साय ने कहा कि, जोगी की जाति का मसला अभी विचाराधीन है।
कुनकुरी जमीन घोटाले की ओर ध्यान आकृष्ट करने पर नंदकुमार साय ने कहा कि आयोग ने तमाम तरह के दस्तावेज बुलवा लिए हैं। इस पर कार्रवाई की जाएगी। दस्तावेजों का परीक्षण कराया जा रहा है। आगे आने वाले दिनों में कार्रवाई की दशा और दिशा तय होगी।