रायपुर।
कांग्रेस में अब सियाराम कौशिक की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। इस बार उन्होंने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान जो व्यवहार किया और जो बयानबाजी की उस पर 72 घंटों के भीतर जवाब देने की मंशा के साथ कांग्रेस नोटिस जारी करने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कौशिक बिलासपुर जिले की बिल्हा विधानसभा सीट से विधायक हैं। कौशिक को कांग्रेस के भीतर और बाहर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का प्रमुख समर्थक माना जाता है। जब से जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के नाम से नए दल का गठन किया तब से कौशिक का मन कांग्रेस में नहीं बल्कि जकांछ में लग रहा है। इस मामले में उन्हें गुंडरदेही विधायक आरके राय का भी सानिध्य प्राप्त हो रहा है। राय पहले कांग्रेस से निलंबित कर दिए गए हैं। अब कौशिक के साथ राय का निष्कासन तय बताया जा रहा है।
क्या आरोप है कौशिक पर?
पार्टी लाईन से बाहर जाकर काम करने का आरोप कांग्रेस ने कौशिक पर लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों का साथ नहीं दिया बल्कि कांग्रेस के कामकाज की मीडिया के समक्ष सार्वजनिक तौर पर निंदा की। तय समय में यदि जवाब नहीं आता है तो एक तरफा निलंबन और संतोषप्रद जवाब नहीं प्राप्त हुआ तो भी कार्रवाई करने के मूड में कांग्रेस है। कौशिक और राय को निष्कासित करने का फैसला कांग्रेस जवाब आने के बाद कर सकती है।