राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने छुरिया विकासखंड में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की लक्ष्य अनुरूप प्रगति नहीं आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मचारियों को कार्य में प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने संस्थागत प्रसव, गर्भवती माताओं का पंजीयन, टीकाकरण, गैर संचारी रोग कार्यक्रमों की स्क्रीनिंग, चिरायु, पोषण पुनर्वास केंद्र, कुष्ठ, रक्त अल्पता, सीकलसेल स्क्रीनिंग, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य सभी कार्यक्रमों की उप स्वास्थ्य केंद्रवार समीक्षा की। शून्य से चालीस वर्ष के सभी लोगों की सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग करने की केन्द्रवार समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रति आमजनों को जागरूक करने के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। स्वास्थ्य केंद्रों में समय पर चिकित्सक, सहयोगी स्टाफ तथा मैदानी अमले की उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए। स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ-सफाई नियमित रूप से होना चाहिए। उन्होंने नियमित रूप से स्वास्थ्य कार्यक्रमों की पोर्टल में डाटा एंट्री भी सुनिश्चित करने कहा। जिससे दी गई सेवाओं का ऑनलाइन प्रविष्टि से डाटा अपडेट हो सकें। सेक्टर बैठकों में सभी अमले उपस्थित होकर सभी कार्यक्रमों की नियमित समीक्षा करें। कलेक्टर ने आगामी एक माह में सभी कार्यक्रमों में प्रगति परिलक्षित नहीं होने पर सर्व संबंधितों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी कार्यक्रमों में राज्य, जिले, विकासखंड के औसत अनुसार प्रगति किसी भी केंद्र की कम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने ग्रुप बनाकर सभी को जानकारी देने कहा। सभी पात्र हितग्राही का आयुष्मान कार्ड घर-घर जाकर कार्ड बनाया जाए, जिसकी सतत समीक्षा करने के निर्देश दिए। सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणीकरण प्राप्त करने हेतु सभी केन्द्रों के कर्मचरियों को कार्ययोजना बनाकर प्रमाणीकरण प्राप्त करने कार्य करने के निर्देश दिए गए। जिन केंद्रों के कर्मचारियों द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बेहतर कार्य किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया गया एवं इसी तरह गुणवत्तापूर्ण कार्य कर सभी कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने कहा गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने कहा कि स्वाइन फ्लू की निगरानी सभी स्तर में हो इसकी विशेष निगरानी किया जाए। डायरिया के प्रकरण की विशेष निगरानी तथा सूचना तंत्र को मजबूत करने मितानीन से त्वरित संपर्क कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आयुष्मान हेल्थ शिविर प्रत्येक बुधवार को आयोजित किया जाए। जिसमें गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग ज्यादा से ज्यादा लोगों की जाय। स्कूल आंगनबाड़ी में दर्ज बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण शत-प्रतिशत हो। चिरायु टीम निर्धारित स्कूल में समय पर पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए गये। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकार, बीएमओ डॉ. ओमेष भगत, जिला प्रबंधक डाटा अखिलेश चोपड़ा, सभी जिला सलाहकार, चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, पर्यवेक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक उपस्थित थे।
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