नेशन अलर्ट ब्यूरो/रायपुर।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल व ईओडब्लू चीफ मुकेश गुप्ता को जमीन संबंधी विवाद से बचाने के लिए क्या कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का रिसॉर्ट स्कैम उजागर हुआ है? दरअसल, मंगलवार से शुरु हुए विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बघेल-गुप्ता का मुद्दा गूंजता इस कारण अग्रवाल से जुड़ा मसला सामने लाया गया।
अब सवाल इस बात का उठता है कि क्या सरकार ऐसी मंशा रखती थी? क्या सरकार अपने ही वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ इस तरह की साजिश रच सकती है? क्या सारे मामले की तह तक कोई पहुंच भी पाएगा?
यह भी पढ़ें…
उल्लेखनीय है कि चंद रोज पहले अचानक भूपेश बघेल का जमीन संबंधी विवाद जोगी कांग्रेस से जुड़े नेताओं की पहल पर सामने आया। और तो और भूपेश बघेल के खिलाफ ईओडब्लू में शिकायत भी दर्ज कर ली गई। भूपेश ने इसका बदला ईओडब्लू चीफ मुकेश गुप्ता के प्लॉट संबंधी मामले को उजागर कर किया। दोनों ही अचानक विवादग्रस्त हो गए थे। तभी पिछले सप्ताह बृजमोहन अग्रवाल का रिसॉर्ट स्कैम जनता के सामने लाया गया।
क्यूं होता है शक!
दरअसल, इस शक के पीछे भी कारण है। मुकेश गुप्ता को सरकार का चहेता अफसर माना जाता रहा है। इसी तरह जोगी कांग्रेस भूपेश बघेल पर मुख्यमंत्री के साथ अभिन्न मित्रता का आरोप लगाती रही है। दोनों के विवादित होने से सरकार परेशानी महसूस कर रही थी। दोनों को विवाद से बाहर निकालने सरकार के कुछ लोगों ने बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ षडय़ंत्र रच इस मामले को उजागर किया। अब होगा ये कि दोनों अपने-अपने कदम पीछे खींच लेंगे। यदि ऐसा होता है तो नुकसान तो जनता का ही है।