पंकज शर्मा/राजनांदगांव।
प्रधानमंत्री की देश को साफ-सुथरा रखने की मंशा पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में किस हद तक गंभीरता बरती जाती है इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण है यह तस्वीर… चौंकिए नहीं तस्वीर कहीं और की नहीं है बल्कि राजनांदगांव जिला मुख्यालय स्थित भाजपा के जिला कार्यालय के बाजू में बने मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय के बाहर बने सार्वजनिक मूत्रालय की है। लगता है प्रधानमंत्री की मंशा पर पानी फेरने का काम राजनांदगांव नगर निगम कर रहा है। दुर्भाग्य से निगम की कुर्सी पर बतौर मुखिया एक भाजपाई ही बैठा हुआ है।
मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में आने जाने वाले लोगों को परेशानी न हो इसके लिए सार्वजनिक मूत्रालय तैयार करवाया गया है। इसे किस मद से, कब किसने तैयार किया और रख-रखाव कौन कर रहा है ये सारी बातें बेमानी हैं। दरअसल, कैंप कार्यालय के बाहर बने इस मूत्रालय की कैसी स्थिति है यह सबकुछ तस्वीर बयां कर रही है।
नांदगांव का दुर्भाग्य है कि यहां सबकुछ भाजपा के हाथों में है। सौभाग्य से यहां का विधायक ही प्रदेश का मुखिया है। मुखिया के सुपुत्र जिले के सांसद हैं। और तो और दत्तक पुत्र के नाम से राजनीतिक क्षेत्र में माने जाने वाले व्यक्ति राजनांदगांव नगर निगम की कमान संभाले हुए हैं। इसके बाद भी प्रधानमंत्री की मंशा यहां आकर किस तरह दम तोड़ जाती है उसे यह तस्वीर बयां कर रही है। लगता है दुष्यंत कुमार ने सहीं ही कहा था कि…
खंडहर बचे हुए हैं, इमारत नहीं रही
अच्छा हुआ कि सर पे कोई छत नहीं रही..।