राजनांदगांव। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से श्रीमती राधिका साहू का जीवन आसान हो गया है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ईरा निवासी श्रीमती राधिका ने बताया कि उनके पति जवाहर लाल साहू और वे स्वयं खेती-मजदूरी करते हैं। उनके दो बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। श्रीमती राधिका ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क गैस सिलेण्डर, चूल्हा सहित पूरा सेट मिला है। जिसका वे नियमित उपयोग कर घर के सभी लोगों के लिए बहुत ही कम समय में खाना बनाती हैं। गैस चूल्हा में खाना बनाने से समय की बचत होती है और मेहनत कम लगती है। उन्होंने बताया कि जब से गैस चूल्हा में खाना बनाना शुरू किया है तब से खेती-मजदूरी करने के लिए समय पर जा पा रहे हैं। इससे बहुत ही कम समय में खाना बन जाता है। उन्होंने बताया कि बच्चे कॉलेज की पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें कॉलेज जाना रहता है। उनके लिए टिफिन भी समय पर बन जाता है। जिससे वे समय पर कॉलेज पहुंच जाते हैं। बच्चों की पढ़ाई बहुत अच्छे से हो रही है। उन्होंने बताया कि गैस एजेंसी पास में ही होने से गैस सिलेण्डर की रिफलिंग कराने में आसानी होती है।
श्रीमती राधिका कहती हैं कि जब से उनके घर में गैस सिलेण्डर आ गया है तब से मेहमानों के स्वागत की चिंता भी दूर हो गई है। अब चाय के साथ नाश्ता भी शीघ्र बन जाता है। कोई भी समय मेहमानों का स्वागत अच्छे से कर पा रहे हैं। इसके अलावा कभी भी बच्चे एवं घर के सदस्यों की इच्छा होने पर गरमा-गरम पकवान बनाना आसान हो गया है। श्रीमती राधिका ने बताया कि पहले वे मिट्टी के चूल्हे में लकड़ी और गोबर के कंडे जलाकर खाना बनाती थी। जिससे उन्हें और बच्चों को धुएं से आंखों में जलन और अन्य समस्याएं होती थी। लकड़ी के धुएं से बीमारी होने की आशंका बनी रहती थी। गैस सिलेण्डर मिलने से धुआं और आंखों के जलन से मुक्ति मिल गई है। घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य भी बहुत अच्छा है। श्रीमती राधिका ने कहा कि गैस चूल्हा का उपयोग करने से महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पूरे परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा होती है। श्रीमती राधिका ने बताया कि पहले मिट्टी के चूल्हे में खाना बनाने के लिए कंडा, लकड़ी की व्यवस्था करने में बहुत कठिनाई होती थी। जिसमें समय अधिक लगता था और खाना बनाने में बहुत मेहनत भी लगती थी। बारिश के मौसम में तो लकड़ी गीला होने से खाना बनाना बहुत मुश्किल होता था। खाना बनाने में बहुत अधिक समय लगता था।
श्रीमती राधिका ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य शासन महिलाओं के प्रति बहुत संवेदनशील है। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जीवन बहुत आसान हो गया है। श्रीमती राधिका कहती हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से लाभान्वित होने के साथ ही महतारी वंदन योजना से प्रति माह 1 हजार रूपए, खाद्यान्न सुरक्षा योजना से चावल, शक्कर, नमक, मिट्टी तेल मिल रहा है। श्रम विभाग में श्रमिक पंजीयन कराया है। स्वास्थ्य सहायता के लिए आयुष्मान कार्ड भी बन गया है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होकर मेरा और मेरे परिवार का जीवन आसान हो गया है। वे खुशी से अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रही है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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