गुरू की बदलने वाली है चाल, किन राशियों को होगा फायदा

शेयर करें...

नेशन अलर्ट/9770656789

मृत्युंजय

9 अक्टूबर से गुरू अपनी चाल में परिवर्तन करेंगे. आगामी 5 फरवरी तक गुरू वृष राशि में उल्टी चाल चलेंगे. गुरू की चाल में परिवर्तन कुछेक राशियों के लिए लाभप्रद रहेगा.

ज्योतिष शास्त्र में गुरू बृहस्पति को सुख, समृद्धि, सौभाग्य और धन का कारक माना जाता है. हिंदू धर्म में गुरू ग्रह को सबसे मजबूत और शक्तिशाली ग्रह बताया गया है.

अगर किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह केंद्र में विराजमान है या मजबूत स्थान पर बैठे हुए हैं, तो अन्य ग्रहों का व्यक्ति पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है.

ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु ग्रह जल्दी वक्री होकर कुछ राशियों पर अपना अच्छा प्रभाव डालेंगे. इससे जातकों के जीवन में अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे.

इस समय गुरू ग्रह वृषभ राशि में विराजमान होकर गोचर कर रहे है. ज्योतिष गणना के अनुसार, 9 अक्टूबर को गुरू ग्रह वृषभ राशि में वक्री होंगे.

5 फरवरी 2025 तक वृष राशि में गोचर करते रहेंगे. वृष राशि में बृहस्पति ग्रह के वक्री होने से कुछ राशियों पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा, जिससे उन्हें अपार धन, संपत्ति, सुख, वैभव और करियर में पदोन्नति मिलेगी.

कौन सी है वो राशि . . ?

गुरू के वक्री होने का फायदा जिन दो राशियों को सर्वाधिक मिलेगा उनके नाम इस प्रकार हैं :

मिथुन राशि :

5 अक्टूबर को गुरू उल्टी चाल चलना प्रारंभ करेंगे. मिथुन राशि द्वादश स्थान पर है जिस कारण राशि के जातकों को इस दौरान करियर में पदोन्नति और विदेश जाने का योग बना हुआ है. सप्तमेश होने के कारण गुरु ग्रह मिथुन राशि के जातकों को अपने बिजनेस या विवाह संबंधी कार्यों में लाभ प्रदान करेंगे.

कर्क राशि :

बृहस्पति ग्रह का गोचर वृषभ राशि में है. बृहस्पति का वृष राशि में 9 अक्टूबर से वक्री होना कर्क राशि से लाभ स्थान पर है. इस दौरान कर्क राशि के जातकों को आकस्मिक धन लाभ होने का योग बन रहा है. इस दौरान बृहस्पति कर्क राशि के जातकों के रुके हुए धन संबंधी सभी कार्य पूरे कराएंगे जिससे कर्क राशि के जातकों को आकस्मिक धन प्राप्त होता है. बृहस्पति का वृष राशि में वक्री होना कर्क राशि के जातकों के लिए सबसे अधिक शुभ और फलदायक रहेगा.
(इस खबर में दी गई जानकारी के लिए नेशन अलर्ट जिम्मेदार नहीं है. भरोसे के पहले पाठकों से अपेक्षा है कि वह जिम्मेदारीपूर्वक सलाह ले लेवें.)

Comments (0)
Add Comment