राजनांदगांव। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम गठुला में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साथ ही स्वच्छता तिहार एवं डायरिया रोको अभियान का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनपद सदस्य श्रीमती ललिता साहू, श्रीमती चित्ररेखा ठाकुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजनांदगांव सुश्री तनुजा मांझी उपस्थित थी। इस अवसर पर शाला परिसर में पेयजल स्रोत एवं शाला परिसर में जनसहयोग से स्वच्छता श्रमदान करने के उपरांत हर घर तिरंगा कार्यक्रम अंतर्गत तिरंगा रैली निकालकर राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के लिए घर-घर तिरंगा लगाने का संदेश दिया गया तथा डायरिया से बचाव के संबंध में जानकारी दी गई। शालेय विद्यार्थियों द्वारा निबंध, चित्रकला, गीत, नृत्य के माध्यम से डायरिया से बचाव एवं स्वच्छता का संदेश दिया गया। हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव की साफ-सफाई भी की। उन्होंने सभी को हर घर तिरंगा कार्यक्रम अंतर्गत राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के सम्मान के लिए शपथ दिलाई।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह द्वारा घरेलू स्तर पर खाद बनाने, सिंगल यूज प्लास्टिक के बदले उनके विकल्प में कपड़े का झोला, कागज का ठोंगा उपयोग करने, सामाजिक अन्य कार्यक्रमों में स्टील थाली व गिलास का उपयोग करने का सुझाव दिया गया। उन्होंने खुले में कचरा को फेंकने या जलाने से होने वाली दुष्प्रभाव के संबंध में जानकारी दी। गांव में स्वच्छाग्राही दीदीयों को सूखा अजैविक कचरा देने एवं सेवा शुल्क के रूप मे ग्राम पंचायत द्वारा निर्धारित शुल्क प्रतिमाह निर्धारित समय-सीमा में प्रदान करने कहा। सीईओ जिला पंचायत ने डायरिया से बचाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने पेयजल स्त्रोत की पानी की जांच व स्रोत की सफाई करने, पानी को उबाल कर पीने, गंदी पानी की निकासी, व्यक्तिगत स्वच्छता हेतु नियमित हैण्डवाश, ताजा भोजन करने, पोट्ठ लईका, पोषण आहार, नशा मुक्ति, खुल में शौच मुक्ति के संबंध जानकारी दी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सुश्री तनुजा मांझी द्वारा हर घर तिरंगा कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने गांव को संपूर्ण स्वच्छ बनाने, गीला-सूखा कचरा एक साथ देने या खुले में फेकने पर जुर्माना, ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाने के लिए कचरा का सही वर्गीकरण करने, स्वच्छता शुल्क देने के लिए प्रेरित किया। सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भगवती साहू द्वारा गीला सूखा कचरा को अलग-अलग घरेलू स्तर पर करने एवं जैविक से खाद बनाने एवं माइक्रो प्लास्टिक को बेकार प्लास्टिक बोतल में भरकर इको ब्रिक्स बनाने के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधि, स्कूल बच्चे, शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।
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