राजनांदगांव। स्वामी आत्मांनद स्कूलों में आरक्षित रिक्त सीटों के लिए ऑनलाईन आवेदन मंगाए गए थे, और डिप्टी कलेक्टर, नोडल अधिकारी और भारी संख्या में उपस्थित पालकों की उपस्थिति में मैनवल लॉटरी निकाला गया। चयनित बच्चों के चयन सूची में डिप्टी कलेक्टर, नोडल अधिकारी और प्राचार्य के हस्ताक्षर लिए गए थे, ताकि बाद में चयन सूची में हेरा-फेरी की गुंजाईश नहीं रखे, लेकिन फर्जीवाड़ा करने वालों ने इसका भी तोड़ निकाल रखा था।
ज्ञानेश्वर देवांगन ने पूर्व में दिनांक 11 जुलाई 2024 को इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर पदेन अध्यक्ष से की थी, लेकिन कलेक्टर ने उनकी शिकायत को जिला शिक्षा अधिकारी को हस्तांतरित कर दिया, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी की ही नामजद शिकायत हुई थी, ऐसा में पीड़ित पालक ने अब पुनः बुधवार को दस्तावेजी साक्ष्य के साथ कलेक्टर पदेन अध्यक्ष से लिखित शिकायत कर दोषीयों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है।
श्री देवांगन ने बताया है कि उन्होंने कक्षा पहली में अपने पुत्र को सर्वेश्वरदास नगर पालिक निगम स्वामी आत्मांनद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल, राजनांदगांव के कक्षा पहली में हेतु ऑनलाईन आवेदन भरा था, जिसकी लॉटरी डिप्टी कलेक्टर, नोडल अधिकारी, प्राचार्य और भारी संख्या में उपस्थित पालकों की उपस्थिति में मैनवल लॉटरी निकाला गया। आरक्षित पच्चास सीटों के लिए पच्चास बच्चों का चयन हुआ और 9 बच्चों को वेटिंग लिस्ट में रखा गया था, लेकिन अब कक्षा पहली में साठ बच्चों को प्रवेश दे दिया गया, यानि दस बच्चों को सीधे प्रवेश दे दिया गया, जबकि 9 वेटिंग लिस्ट वाले बच्चे आज भी वेटिंग लिस्ट में अपने प्रवेश का इंतजार कर रहे है।
श्री देवांगन का कहना है कि यदि सीधे प्रवेश देना था तो ऑनलाईन आवेदन क्यों मंगाए गए, क्योंकि बड़े प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति और पालकों की उपस्थिति में लॉटरी निकाला गया, क्योंकि पच्चास सीटे आरक्षित की गई, यदि पैसे लेकर सीधे ही प्रवेश देना था तो इस व्यवस्था को सार्वजनिक का दिया जाता जिसके पास पैसे होते वे अपने बच्चों को प्रवेश दिला देते।
शिकायत में यह भी लिखा हुआ है कि इसी प्रकार अन्य कक्षाओं में भी पैसे लेकर सीधे बच्चों को प्रवेश दिया गया है।
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