राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार के प्रकरण का निराकरण एवं राजस्व नक्शा में सुधार के लंबित प्रकरण के निराकरण के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कलेक्टर ने भुंईया सॉफ्टवेयर में प्रदर्शित संकलन योग्य खसरा, विलोपन योग्य संदिग्ध खसरा, शून्य रकबा वाले खसरा, भूमि स्वामी विहिन खसरा, भूमि स्वामी के नाम में स्पेशल कैरेक्टर युक्त खसरा, संयुक्त खातेदार का नाम पृथक-पृथक दर्ज करने सहित अन्य त्रुटि के सुधार के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को राजस्व अभिलेखों में त्रुटि सुधार के प्रकरण का राजस्व शिविरों एवं न्यायालयों में अभियान चलाकर निराकरण करने कहा। उन्होंने प्रभारी अधिकारी भू-अभिलेख को राजस्व अधिकारियों के न्यायालय में लंबित त्रुटि सुधार के प्रकरण की सतत् समीक्षा करते हुए साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराये जाने के निर्देश दिए।
कार्यशाला में अपर कलेक्टर सीएल मार्कण्डेय, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, अनुविभागीय अधिकारी राजनांदगांव अतुल विश्वकर्मा, अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव मनोज मरकाम, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सरस्वती बंजारे, जिले समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख सूर्यनाथ कुशवाहा, सहायक अधीक्षक अरविंद कुमार शर्मा, सहायक अधीक्षक परमेश्वरलाल भुआर्य, सहायक अधीक्षक रामनरेश पटेल, सहायक अधीक्षक, पुरूषोत्तम धु्रव, राजस्व निरीक्षक, डाटा एंट्री ऑपरेटर भू-अभिलेख, पटवारी एवं प्रस्तुतकार उपस्थित रहें। कार्यशाला में कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख के तकनीकी स्टॉफ व राजस्व निरीक्षक वर्कलोड भूपेन्द्र देवांगन एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर भू-अभिलेख ज्योतिमर्य तिवारी द्वारा सुधार कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी लाईव ऑनलाईन साफ्टवेयर के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदाय किया गया।
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