राजनांदगांव। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक लेकर समय-सीमा के प्रकरणों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनदर्शन, पीजी पोर्टल एवं कलेक्टर जनदर्शन के सभी प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता एवं पूरी संवेदनशीलता के साथ निराकरण की कार्रवाई सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य मार्गों पर धुमंतू पशु बैठते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। ऐसे स्थानों का चिन्हांकन कर इन घुमंतू पशुओं को हटाने और उनके पुर्नवास की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने पशुधन विकास विभाग, नगर निगम आयुक्त, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए पैरादान भी कराया जा सकता है। बैठक में बताया गया कि 5157 पशुओं रेडियम बेल्ट पहनाया गया है, वहीं 2712 पशुओं की टैंगिंक की गई है। साथ ही 1394 पशुओं का विस्थापन किया गया है।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान के तहत बड़ी संख्या में पौधे रोपित किए गए हैं, उनकी देखभाल की जानी चाहिए। यह एक सतत प्रक्रिया है और निरंतर यह जारी रहना चाहिए। बैठक में उन्होंने निर्माण एजेंसियों से कहा कि निर्माण के लिए जिस भूमि पर अधोसंरचना तैयार किया गया है, वह भूमि संबंधित विभाग के नाम से नामांतरण करवा लें और इसके लिए एक सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम में लोगों को जल जनित बीमारियां सहित डेंगू, मलेरिया हो सकता है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सूचना मिलने पर तत्वरित गति से स्वास्थ्य टीमों द्वारा उपचार प्रारंभ कर दिया जाना चाहिए। कृषि विभाग की गतिविधियों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी अभी से आगामी रबी फसल के लिए किसानों को धान की फसल लेने के स्थान पर अन्य कम पानी की खपत वाले फसलें लेने के लिए प्रेरित करें। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ मद अंतर्गत होने वाले कार्यों के प्रस्ताव जनहित से जुड़े होने चाहिए और उन कार्य स्थलों पर सूचना पटल अवश्य लगाए जाएं।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान निधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण सप्ताह में एक दिन फील्ड विजिट करें तथा विभाग द्वारा संचालित कार्यों और योजनाओं की निरंतर प्रगति की समीक्षा करते रहे। उन्होंने कहा कि आगामी 25 जुलाई को राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम भर्रेगांव में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा। सभी जिला स्तरीय अधिकारी इस शिविर में पहुंचकर प्राप्त आवेदनों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में एक कला केन्द्र स्थापित किया जाना है, इसके लिए नगर निगम आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी स्थल चयन कर लें। वर्तमान मौसम को देखते हुए कलेक्टर ने सभी एसडीएम, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उन क्षेत्रों को विशेष रूप से देख ले जहां जल भराव की स्थिति है। भविष्य में जलभराव की स्थिति नहीं हो, इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर नाली एवं अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। छात्रावासों का निरंतन निरीक्षण करते रहे, पेयजल की गुणवत्ता की जांच निरंतर करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी आयुष जैन, सीईओ जिला पंचायत सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।