राजनांदगांव। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज नगर पालिक निगम राजनांदगांव द्वारा गांधी सभागृह में आयोजित एक पेड़ मां के नाम के तहत चलव बनाबो हरियर राजनांदगांव कार्यक्रम में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नगरवासियों को 300 से अधिक फलदार, छायादार और सुंगधित फूल के पौधों का वितरण किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने गांधी सभागृह परिसर में अपनी माँ स्वर्गीय श्रीमती सुधा देवी सिंह के नाम बरगद का पौधरोपण किया। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय उपस्थित थे। सांसद संतोष पाण्डेय ने भी अपनी माँ के नाम पर पौधा लगाया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पूरे देश में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले में एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत अच्छा कार्य किया जा रहा है। जल है तब तक जीवन है, वृक्ष है तब तक जीवन है। इसलिए जल संरक्षण एवं वृक्ष लगाना हमारे लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक चिंता में है। विश्व में पर्यावरण संरक्षण की ही बात की जा रही है। विश्व में जल संरक्षण एवं ओजोन परत में क्षति और कार्बन उत्सर्जन सबसे बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पेड़ काटने से मौसम में परिवर्तन आया है। जहां बारिश हुई तो बहुत होती है, नहीं तो महीने भर बारिश नहीं होती है। प्रकृति का नया-नया रूप देखने को मिल रहा है, उसके लिए हम सभी दोषी है। जंगल को कटने से बचाना है। उन्होंने कहा कि दुनिया के चारों तरफ समुद्र का पानी है। दुनिया में जितना पानी उपलब्ध है। उसका सबसे बड़ा हिस्सा 94 प्रतिशत पानी समुद्र के हिस्से में हैं। जिसका उपयोग पीने, खेती एवं अन्य उपयोग में नहीं ला सकते हैं। पृथ्वी के नीचे और नदियों, तालाबों का पानी रिसायकल होकर गिरता है। उन्होंने बताया कि 0.5 प्रतिशत ही पानी इस दुनिया के लिए उपयोगी है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज जब वृक्षारोपण की बात हो रही है। एक पेड़ अपनी माँ के नाम से लगाने से निश्चित रूप से भावनात्मक रूप से हम जुड़े हैं। उस प्रकृति से जुड़ने और बचाने के लिए हमारी भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके लिए हम सब का योगदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां से हम सभी एक-एक पेड़ ले जाएंगे और उचित स्थान में लगाएंगे। माँ के नाम पेड़ है तो इसलिए उसका रक्षा का दायित्व और कर्तव्य भी है। उसे हर साल बढ़ते हुए देखेंगे तो आपके जीवन में खुशहाली आएगी और माँ का आर्शीवाद मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम पेड़ आने वाली पीढ़ी के लिए लगाते हैं। किसी पीढ़ी ने पेड़ लगाया उसका फल आज हम ले रहे हैं। आप जो पेड़ लगाएंगे उसे आने वाली पीढ़ी आपको धन्यवाद देगी। इसकी शुरूआत हुई है, यह सतत चलता रहे। हमारा राजनांदगांव हरा-भरा रहे और पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर हो, इस दिशा में हम सब मिलकर काम करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के साथ विदेशों में होने वाले सभी कार्यक्रम में विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने विश्व को बताया कि भारत पूरी धरती को कुटुम्ब मानती है और पूरा विश्व एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। प्रधानमंत्री की जलवायु परिवर्तन व विविधता के विषय में चिंतन एवं वनों के संबंध में उनके विचारों को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश एक पेड़ माँ के नाम पर लगा रहा है। भारतीय संस्कृति में प्रकृति के साथ समरसता रही है और इसके बिगड़ने पर देश व विश्व में विकृति आयी है। भारतीय संस्कृति में पेड़-पौधों, पशु-पक्षी, शिलाओं में जड़-चेतन की बात कही गई है और पूजा जाता रहा है। सांसद श्री पाण्डेय ने कहा कि एक पेड़ से फल, फूल, छाया मिलती है और पेड़ों पर पक्षियों के लिए आशियाना भी बनता है। एक पेड़ माँ के नाम अभियान से आज फिर से अपनी माँ को याद करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि हम रहे या न रहे लेकिन एक पेड़ से हम हमेशा याद किए जाएंगे। कार्यक्रम में नगर पालिक निगम क्षेत्र में हरियर राजनांदगांव बनाने के लिए सतत रूप में कार्य कर रहे हरियर मित्र दुर्गेश कुमार, जागेश्वर वैष्णव, सूरज कुमार देवांगन, खिलेश्वर प्रसाद साहू, कैलाश पूरी गोस्वामी, हिमान्शु साहू को शाल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद मधुसूदन यादव, खूबचंद पारख, नीलू शर्मा, भरत वर्मा, दिनेश गांधी, संतोष अग्रवाल, रमेश पटेल, राजेन्द्र गोलछा, कोमल सिंह राजपूत, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम किशुन यदु, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, नगर निगम राजनांदगांव के पार्षदगण, जनप्रतिनिधिगण, नगर निगम राजनांदगांव के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।