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अजमेर। जिला मुख्यालय से 36 किलोमीटर दूर नसीराबाद के समीप स्थित रामसर गांव में एक ऐसा घर है जहां पर एक साथ 6 पीढ़ियां निवास करती हैं। इन 6 पीढ़ियों के राशन पर प्रतिमाह 12 लाख रूपए का खर्च आता है।
इस संयुक्त परिवार को बागड़ी माली परिवार के नाम से लोग जानते हैं। इस संयुक्त परिवार की रसोई इतनी बड़ी है कि सुबह शाम एक साथ 13 चूल्हे जलाए जाते हैं। इन 13 चूल्हों में 65 पुरूषों, 60 महिलाओं सहित 60 बच्चों के लिए तकरीबन 15 किलो की सब्जियां और 50 किलो से ज्यादा आटे की रोटी तैयार होती है।
एक सदस्य बिरदीचंद बताते हैं कि उनके परिवार के मुखिया सुल्तान माली हुआ करते थे। इनके 6 सुपुत्र हुए। अपने सहित अपने भाइयों मोहनलाल, भंवरलाल, रामचंद, छगनलाल, छोटूलाल के नाम लेते हुए वे कहते हैं कि अब सुल्तान माली और भंवरलाल-रामचंद इस संसार में नहीं रहे हैं।
परिवार की एकजुटता कैसे बनी हुई है इस पर बिरदीचंद अपने पिता की शिक्षा को महत्वपूर्ण बताते हैं। बिरदीचंद के कहे मुताबिक उनका पूरा परिवार पिता के बताए रास्तों पर ही चलने का प्रयास करता है। कभी किसी रोज कही कोई विवाद हो गया तो बड़े बुजुर्ग एकसाथ बैठकर उसका समाधान करते हैं।
185 सदस्यों का परिवार
बागड़ी माली परिवार के सदस्यों की कुल संख्या 185 बताई जाती है। यह इतनी अधिक है कि सब यदि एक साथ खड़े हो तो एक ही फ्रेम में इनकी तस्वीर लेने में भी दिक्कत हो।
परिवार के कुछ सदस्य टेªक्टर चलाने के अलावा पशुपालन, खेती करते हैं। बिल्डिंग मटेरियल की दुकान संभालने की जिम्मेदारी कुछ को मिली है। शेष सदस्य निजी नौकरी करते हैं जबकि कुछ शासकीय नौकरी में सेवारत हैं।
पूरा बागड़ी माली परिवार एक साथ बैठकर खाना खाता है। इस परिवार की चर्चा जब चालू हुई थी तब मुंबई से सारा अली खान एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में अजमेर आई थी। तब वह सह अभिनेता विक्की कौशल के साथ इस परिवार से मिलकर गई थी।
इसके बाद आनंद और संपन्नता से भरे 185 सदस्यों वाले इस परिवार की जानकारी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म में दौड़ने लगी। तब विशाल सिंग नाम के एक ट्यूटर यूसर ने अपने हेंडल पर लिखा था कि 700 बीघा में खेती करने वाले इस परिवार के पास 12 कार और 80 टूव्हीलर है। 10 बच्चे हर साल जन्म दिन मनाते हैं और 11 ट्रेक्टर खेतों में दौड़ते नजर आते हैं।