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खैरागढ़ / राजनांदगांव. खैरागढ़ के विधायक रहे देवव्रत सिंह की संदिग्ध मौत का महादेव सट्टा ऐप और प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से क्या कोई कनेक्शन है ? दरअसल, ये सवाल बीते कुछ दिनों से देवव्रत सिंह की विधवा श्रीमती विभा सिंह के बयानों से उपजे हैं. विभा ने लोकसभा चुनाव के लिए राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में मतदान के ठीक एक दिन पहले अपने निवास स्थल खैरागढ़ में बेबाक बातचीत करते हुए नवाज खान नामक शख्स को भी लेकर बहुत कुछ कहा.
महादेव सट्टा ऐप जिसे लेकर प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर अनगिनत आरोप लगते रहे हैं, एक बार फिर चर्चा में है. इस बार जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो इसलिए भी बेहद गंभीर हैं क्यूं कि मामला खैरागढ़ विधायक रहे देवव्रत सिंह की संदिग्ध मौत से जुड़ गया है.
क्या बोल रही हैं श्रीमती विभा सिंह…
विधायक रहते हुए दुनियाँ छोड़ गए देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी श्रीमती विभा सिंह इस विषय पर गंभीर आरोप लगा रही हैं. वे कहती हैं कि प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिन्हें कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया हैं कदापि जीतने नहीं चाहिए.
कांग्रेस प्रत्याशी पर संसदीय क्षेत्र खासकर खैरागढ़ विधानसभा की भोलीभाली जनता को बरगलाने का उन्होंने आरोप लगाया. वे कहती हैं कि देवव्रत सिंह जी की पूर्व पत्नी ( तलाकशुदा ) को साथ लेकर घूम रहे नेता स्वार्थवश वोट माँग रहे हैं.
महादेव सट्टा ऐप और नवाज पर बोलते हुए वे कहती हैं कि उनके पति विधायक देवव्रत सिंह की संदिग्ध मौत हुई थी. उनके पति ने महादेव सट्टा ऐप को लेकर बोलना शुरू ही किया था कि वह चल बसे. इसे लेकर भी विभा सिंह कई तरह के सवाल उठाती हैं.
नवाज खान नामक व्यक्ति पर बात करते हुए विभा सिंह कहती हैं कि बिल्कुल वह देवव्रत सिंह को तनावग्रस्त रखे हुए थे. देवव्रत सिंह की मौत को संदिग्ध बताते हुए वे पूछती हैं कि उनका पीएम क्यूं नहीं करवाया गया.
बहरहाल, श्रीमती विभा सिंह इस बार आरपार की लडा़ई लड़ने को तैयार नज़र आती हैं. वे कहती हैं तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव जिन्होंने उनकी शिकायतों की अनसुनी की थी कि शिकायत पीएमओ में की जानी चाहिए.
इस संदर्भ में कांग्रेस का पक्ष जानने मीडिया सेल से जुडे़ कांग्रेसी श्री रूपेश दुबे जी के मोबाइल पर काल की गई लेकिन घंटी बजती रही, काल अटैंड नहीं हुई.