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राजनांदगांव। 2018 का विधानसभा चुनाव… कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का राजनांदगांव में रोड शो… तब की प्रत्याशी रहीं स्व. श्रीमति करूणा शुक्ला के समर्थन में तब राहुल गांधी ने राजनांदगांव के गंज चौक में एक सभा की थी। इसी सभा में उन्होंने राजनांदगांव में बंद हो चुकी बीएनसी मिल को पुनर्स्थापित करने का वायदा किया था। भले ही राहुल और उनकी कांग्रेस इस वायदे को भूल गई हो लेकिन राजनांदगांव वासियों को यह वायदा आज भी याद है।
तारीख थी 9 नवंबर 2018… छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना था। प्रथम चरण का मतदान 12 नवंबर 2018 को होना था। इसके ठीक पहले 9 व 10 नवंबर को तत्कालीन राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का राजनांदगांव-कांकेर जिले में प्रवास हुआ था।
रोड शो में याद की थी बीएनसी मिल
विभिन्न स्थानों पर प्रचार प्रसार के बाद राहुल गांधी का राजनांदगांव आगमन हुआ था। यहां से तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को घेरने के लिए तब कांग्रेस ने उन करूणा शुक्ला को प्रत्याशी बनाया था जो न केवल भाजपा छोड़कर आई थी बल्कि तत्कालीन प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की रिश्तेदारी में भी थी।
करूणा ने रमन को न केवल कड़ी टक्कर दी बल्कि उन्हें राजनांदगांव में घेरकर रख दिया था। करूणा के लिए जनसंपर्क करने स्वयं कांग्रेस के आला नेता राहुल गांधी राजनांदगांव प्रवास पर थे। यहां उन्होंने रोड शो किया था। रोड शो के दौरान राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर बोलने के साथ ही राहुल ने स्थानीय मुद्दों को भी टच किया था।
गंज चौक में हुई सभा में तब राहुल ने बीएनसी मिल केविषय पर बात की थी। सार्वजनिक सभा में उन्होंने सार्वजनिक तरीके से तब कहा था कि बीएनसी मिल को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कांग्रेस करेगी। 2018 से 2023 आ गया लेकिन यदि नहीं आई तो बीएनसी मिल के लिए कोई खुशखबरी। बीएनसी मिल 2018 में जहां खड़ी थी वहीं पर 2023 में भी खड़ी है।
सरकार बनी लेकिन नहीं खुली
2018 केविधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित रूप से कांग्रेस ने बहुत बड़ी जीत हासिल की थी। तब उम्मीद लगाई गई थी कि अब बीएनसी मिल जैसे मुद्दे हल हो पाएंगे। लेकिन राजनांदगांव का दुर्भाग्य देखिए कि इस मिल को पुनर्स्थापित करने की बात करने वाले राहुल गांधी से लेकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चलाने वाले भूपेश बघेल, 2018 का चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने वाले टीएस सिंहदेव से लेकर आज कांग्रेस संगठन का दायित्व राष्ट्रीय स्तर पर संभाल रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को शायद ही बीएनसी मिल और इनसे जुड़े रहे हजारों कामगार परिवार याद आते हो।
तभी तो तकरीबन पांच साल के कार्यकाल में शायद ही कभी प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बीएनसी मिल के मुद्दे पर किसी भी तरह की बात की हो। हमें भी मालूम है कि हर वायदा पूरा नहीं हो सकता लेकिन यह तो जन वायदा था। यदि बीएनसी मिल वास्तव में पुनर्स्थापित हो जाती तो राजनांदगांव फिर से कांग्रेस का गढ़ हो सकता था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
क्या कोई मिस्टर राहुल को राजनांदगांव के गंज चौक में हुई उनकी पुरानी सभा में कही गई बीएनसी मिल से जुड़ी बात याद दिलाएगा ?… क्या कोई राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष बतौर राजनांदगांव के ठेकवा में पधार रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को बीएनसी मिल क्या और कैसी है यह समझाने का प्रयास करेगा ? क्या कोई माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को उनका वह दौर याद दिलाएगा जब वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए बीएनसी मिल को पुनर्स्थापित करने का समर्थन कर रहे थे?